धर्म नगरी में नहीं थम रहा है संपत्तियों का विवाद, महंती को लेकर साधु-संतों में बढ़ी वर्चस्व की लड़ाई

12/19/2020 1:44:31 PM

सतना(रविशंकर पाठक): चित्रकूट में साधु संतों के बीच वर्चस्व की जंग तेज हो गई है। शुक्रवार को चित्रकूट की कामदगिरि परिक्रमा मार्ग में मुखारविंद मंदिर के आगे स्थित धनुष धारी मंदिर में किए जा रहे महंती कार्यक्रम के बीच मंदिर के वृद्ध महंत धर्म दास ने आयोजित कार्यक्रम से ही इंकार कर दिया। महंत ने आरोप लगाते हुए कहा कि वो पहले ही रविदास को महंत बना चुके हैं,आज जो कार्यक्रम किया जा रहा है, वो जबरजस्ती का आयोजन है और दबाव बनाकर कराया जा रहा है। दूसरी तरफ आज के इस महंती कार्यक्रम से अखाड़ा परिषद और विरक्त संत संत मंडल के बीच तलवारे खींच गईं हैं। साथ ही अविश्वास की खाई और गहरी हो गई हैं। 



दरअसल, पिछले काफी समय से चित्रकुट में महंती को लेकर तकरार तेज हो गई है। जबरजस्ती करवाई जा रही महंती के चलते विरक्त संत मंडल और अखाड़ा परिषद आमने सामने आ गए हैं। अखाड़ा परिषद से जुड़े महंत राम जन्म दास ने इस पूरे प्रकरण को आश्रमों में कब्जे का षडयंत्र करार देते हुए शासन के कार्यवाही की मांग की है।



वहीं विरक्त संत मंडल के अध्यक्ष राजकुमार दास, मदन गोपाल दास और संकादिक जी महाराज के उपर आरोप लगाते हुए महंत राम जन्म दास ने कहा कि यह सारा षडयंत्र इन्हीं लोगों का रचा हुआ है। तो वहीं विरक्त संत मंडल के राम हृदय दास और मदन गोपाल दास ने आज आयोजित किए गए महंती कार्यक्रम को निरस्त करने की जानकारी देते हुए बताया कि आगे बैठक के बाद कार्यक्रम की रूपरेखा बनाई जाएगी।

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