वन मंत्री विजय शाह के बेटे ने कांग्रेस प्रत्याशी को भेजा 11 करोड़ के मानहानी का नोटिस

7/13/2022 12:18:26 PM

खंडवा: मध्यप्रदेश के खंडवा में वन मंत्री विजय शाह (forest minister vijay shah) के बेटे दिव्यादित्य शाह (divyaditya shah) ने अपने खिलाफ पंचायत चुनाव (panchayat election 2022) लड़ रहे कांग्रेस प्रत्याशी (congress candidate) को 11 करोड़ रुपए की मानहानि का नोटिस भेजा है। वन मंत्री के बेटे दिव्यादित्य शाह (divyaditya shah) ने आरोप लगाया कि चुनाव प्रचार के दौरान उनके खिलाफ चुनाव लड़ रहे मुकेश दरबार (mukesh darbar) में अनर्गल प्रचार कर उनकी और उनके मंत्री पिता की छवि को धूमिल करने का काम किया है।

कुत्ते की पीठ पर लगाया था दिव्यादित्य शाह का पोस्टर

दिव्यादित्य शाह ने चुनाव 29 हजार मतों से जीत लिया है। हालांकि अभी जीत की आधिकारिक घोषणा होना बाकी है। शाह के अधिवक्ता ने नोटिस में उल्लेख किया है कि मंत्री के सम्मान में 10 करोड़ और उनके बेटे सम्मान में 1 करोड़ मिलाकर कुल 11 करोड़ को नोटिस वकील के माध्यम से भेजा गया है। पंचायत चुनाव के प्रचार के दौरान दिव्यादित्य शाह का चुनाव प्रचार में पोस्टर कुत्ते की पीठ पर लगा फोटो सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ था। 

24 जून को जारी किया नोटिस 

खंडवा के हरसूद में शाह के वकील अभिषेक पगारे ने कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी रहे मुकेश दरबार को 24 जून 2022 को नोटिस जारी किया है। नोटिस में लिखा है कि उनके पक्षकार दिव्यादित्य शाह निवासी खालवा है। पक्षकार जिला पंचायत खण्डवा के वार्ड क 14 से जिला पंचायत सदस्य के लिए अभ्यर्थी होकर नाम निर्देशनपत्र जमा कर चुनाव लड़ रहे हैं। मेरा पक्षकार शालिनतापूर्वक अपना चुनाव प्रचार आदर्श आचार सहिता के अनुसार कर रहा है। 

झूठे बात फैलाने का आरोप

मुकेश दरबार भी इस चुनाव में जिला पंचायत के वार्ड क्रमांक 14 से चुनाव लड रहे हैं। मेरे पक्षकार दिव्यादित्य शाह जिला पंचायत के वार्ड 14 की जनता के सहयोग से भारी समर्थन मिला है। वार्ड 14 की जनता खुद ही मेरे पक्षकार के हित में एवं पक्ष में ही प्रचार प्रसार कर रही है। मेरे पक्षकार दिव्यादित्य शाह जिला पंचायत को वार्ड नंबर 14 मे मिल रहे जनसमर्थन देखकर मुकेश दरबार, पीड़ित होकर अनर्गल बाते फैलाकर जनता को भ्रमित कर झूठी अफवाह फैला रहे हैं और अनर्गल झूठे आरोप लगा रहे हैं।

मुकेश दरबार ने असंसदीय भाषा का किया प्रयोग

बगैर कोई सबूत के आरोप लगाकर मुकेश दरबार ने पक्षकार दिव्यादित्य शाह और उनके पिता विजयशाह की छवि धूमिल की है। सभी आरोप निराधार होकर असत्य है। चुनाव प्रचार के दौरान अफवाहों और धारणाओं को शिकायत का आधार बनाया। इससे पहले मुकेश दरबार ने स्लोगन लूटेरे की तर्ज पर असंसदीय भाषा का प्रयोग किया था। जिसके चलते मेरे पक्षकर दिव्यादित्य की एक करोड़ रुपए तथा उनके पिता विजयशाह की दस करोड़ रुपए की छवि को नुकसान पहुंचाया गया है। इस मानहानि के लिए कुल 11 करोड़ रुपए जमा कर रसीद प्राप्त करें। अन्यथा मेरा पक्षकार आपके विरुद्व न्यायालय में वैधानिक कार्रवाई करेगा।

मैं सभी आरोपों को करता हूं सिरे से खारिज: मुकेश दरबार

दिव्यादित्य शाह द्वारा 11 करोड़ का नोटिस भेजे जाने को लेकर मुकेश दरबार का कहना है कि मंत्री और उनके बेटे सहित कई रसूखदारों ने मुझे दबाने की कोशिश की है। दिव्यादित्य के सामने जिला पंचायत का चुनाव न लड़ने को लेकर मुझे 10 करोड़ रुपए का ऑफर दिया गया था। लेकिन मैंने ठुकरा दिया। इन्होंने चुनाव प्रचार में सरकारी कर्मचारियों से प्रचार करवाया। मुझे रास्तें में रुकवाकर जान से मारने की धमकीयां तक दिलवाई। मेरे पास सारे सबूत है। इनके डराने से मैं दबूंगा नहीं। मैं अगला विधानसभा चुनाव भी लडूंगा।

Devendra Singh

This news is News Editor Devendra Singh