प्रसूता को अस्पताल में नहीं किया भर्ती,  स्टेशन पर दिया बेटी को जन्म

9/4/2018 12:11:50 PM

उज्जैन : रोजगार की तलाश में  गुजरात से आई आदिवासी महिला को शासकीय अस्पताल नागदा के कर्मचारियों की लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ा। उसे स्टेशन परिसर में खुले में प्रसव हुआ। इस मामले में अस्पताल प्रबंधन ने दो नर्सों को नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया है। प्रसव के बाद ऑटो चालकों की मदद से प्रसूता को शासकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया।

जानकारी के अनुसार सोनल पति रमेश निवासी पंचमहल लूनावत (जिला गोधरा, गुजरात) रविवार को झाड़ू बेचने नागदा आई थी। रात में प्रसव पीड़ा हुई। तेज दर्द होने पर पति सुबह करीब 6.30 बजे ऑटो में बैठाकर शासकीय अस्पताल ले गया। वहां पहुंचने पर अस्पताल में मौजूद स्टाफ नर्स ने आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज मांगे। रमेश के मुताबिक, उसने कहा कि पत्नी का आधार कार्ड गांव में है, लेकिन उसका आधार कार्ड पास है।

इतना सुनकर नर्स ने उसे भर्ती करने से इंकार कर दिया। वे गुजरात वापस जाने के लिए स्टेशन चले गए। यहां पर महिला को अधिक दर्द होने लगा, जिसके बाद वहां ऑटो यूनियन नेता खलील अहमद पहुंचा और अन्य ऑटो चालकों व स्टेशन पर सफाई करने वाली सुगनबाई की मदद से स्टेशन के बाहर साइकल स्टैंड के समीप महिला को लेटा दिया। इसी दौरान उसने बेटी को जन्म दिया। बाद में महिला को शासकीय अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे भर्ती कर लिया गया है।

 

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