झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही ने छीन ली दो जिंदगी, डिलीवरी के दौरान गर्भवती महिला की मौत

6/17/2019 1:20:12 PM

दमोह(इमितयाज चिश्ती): जिले में झोलाछाप डॉक्टरों का मकड़जाल बिछा हुआ है। जिसके चलते एक गर्भवती महिला व मासूम को दुनिया में आने से पहले ही अपनी जिंदगी से हाथ धोने पड़े। मामला जिले के नोहटा थाने के खामखेड़ा गांव का है जहां डाल सिंह लोधी अपनी पत्नी की डिलीवरी कराने दमोह पहुंचा। वहां उसे कोई महिला चिकित्सक नहीं मिली। तब एक झोलाछाप डॉ वैष्णव दंपति के यहां पहुंच गया। डॉक्टर ने उन्हें नार्मल डिलीवरी का भरोसा दिया लेकिन देर शाम उनकी लापरवाही के चलते गर्भवती महिला ने दम तोड़ दिया। इस वाक्या से आक्रोशित लोगों ने सिटी कोतवाली परिसर में हंगामा किया तथा दंपति डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

जानकारी के अनुसार, नोहटा थाना के खमखेड़ा निवासी गीता बाई लोधी को उसके परिजनों ने डिलीवरी के लिए डॉ हंसा वैष्णव के निजी क्लीनिक में भर्ती कराया। जहां पहले तो डॉ दम्पति महिला की नॉर्मल डिलीवरी का भरोसा दिलाते रहे और बार बार पूछे जाने पर सब ठीक है कहते रहे लेकिन जब हालात बिगड़ने लगे तो डॉ हंसा वैष्णव ने एक टेबलेट पेशेंट को दी। जिसके खाते ही महिला की हालत और बिगड़ने लगी और आखिर में उसने दम तोड़ दिया। महिला के साथ उस मासूम की भी मौत हो गई जो अभी दुनिया में आया भी नहीं था।



मामले में एक नया मोड़ तब आया जब महिला की मौत क्लीनिक पर होने के बावजूद डॉ हंसा वैष्णव के पति डॉ एल एन वैष्णव अपनी कार से उस महिला को जिला अस्पताल में छोड़कर भाग खड़े हुए। जब जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने चेक किया तो महिला को मृत घोषित कर दिया इसके बाद परिजनों ने सिटी कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई। महिला की मौत पर नगर के कई सामाजिक संगठनों ने आरोपी डॉ दम्पति के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कोतवाली में चक्का जाम कर दिया। इस संबंध में दमोह एस पी को ज्ञापन भी सौंपा गया। एडिश्नल एस पी विवेक लाल के आश्वासन के बाद परिजनों ने महिला का अंतिम संस्कार करने शव गांव ले जाने को तैयार हुए।

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