मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, मांगों को लेकर हड़ताल का ऐलान

7/17/2019 10:02:42 AM

भोपाल: मध्यप्रदेश में आज मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर हड़ताल पर हैं। सांतवे वेतनमान की मांग को लेकर प्रदेशभर में 13 मेडिकल कॉलेज बंद रहेंगे जिनमें 3300 शिक्षक शामिल हैं। इस दौरान ओपीडी, वार्ड और क्लास में डॉक्टर काम पर नहीं आएंगे। केवल इंमरजेंसी सेवा चालू रहेगी। प्रदेश व्यापी इस हड़ताल में भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, रीवा, सागर और जबलपुर सहित सात नए मेडिकल कॉलेज रतलाम, विदिशा, दतिया, खंडवा, छिंदवाड़ा, शिवपुरी और शहडोल के मेडिकल कॉलेजों के टीचर्स सातवां वेतनमान की मांग कर रहे हैं।

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विधानसभा चुनाव के दौरान शुरु हुई थी मांग
मध्य प्रदेश मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन ने एक साल पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से इन मांगों को लेकर चर्चा की थी। लेकिन उनकी मांग अब तक पेंडिंग हैं। 26 सितंबर 2018 को मुख्यमंत्री बंगले का घेराव भी किया गया था। मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन तत्कालीन एसीएस से भी मिले थे। इस दौरान उन्हें 'आयुष्मान भारत योजना में इलाज करने पर प्रोत्साहान राशि देने और निजी प्रैक्टिस नहीं करने को कहा गया था। एसोसिएशन ने दोनों शर्तों को अमान्य करते हुए सभी विभागों की तरह सातवां वेतनमान देने की मांग की थी।

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अपनी मांगो को लेकर कुल 3300 चिकित्सा शिक्षक सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। उसके बाद 24 से 26 जुलाई तक 3 दिन का सामूहिक अवकाश भी लिया जाएगा। इसके बावजूद भी यदि मांगें नहीं मानी गईं तो 15 दिन बाद 10 अगस्त को सामूहिक इस्तीफा दिया जाएगा। अवकाश के दौरान चिकित्सा शिक्षा शिक्षक काम और टीचिंग नहीं करेंगे। ओपीडी वार्ड बंद रहेंगे। ऑपरेशन भी नहीं किए जाएंगे। केवल इमरजेंसी सेवा चालू रहेगी।

ये हैं मांगे

  • सातवें वेतनमान का लाभ दिया जाए।
  • मेडिकल रिएंबर्समेंट का लाभ दिया जाए।
  • ग्रेच्युटी की मांग।
  • 2004 में लागू पेंशन स्कीम का लाभ दिया जाए।
  • मातृत्व अवकाश की मांग
  • कार्य के घंटे निर्धारित हों।

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meena

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