कोरोना वायरस की वजह से MP सरकार ने जारी की एडवाइजरी, 5 हजार डॉक्टरों को दी जा रही ट्रेनिंग

3/7/2020 6:16:44 PM

भोपाल: जानलेवा कोरोना वायरस की वजह से देश में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं कोरोना वायरस पर मध्य प्रदेश सरकार पूरी तरह से अलर्ट मोड पर आ गई है। राज्य सरकार ने कोरोना से बचने के लिए एडवाइजरी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि कोरोना संक्रमण वायरस संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आने से फैलता है। इससे बचाव के लिए संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाएं और सर्दी, खांसी और बुखार आने पर तुरंत डाक्टर को दिखाएं।

वहीं कोरोना वायरस को लेकर मध्यप्रदेश सरकार केन्द्र सरकार के साथ लगातार सम्पर्क में है। अभी तक प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित कोई भी मरीज नहीं मिला है। सरकार के मुताबिक अभी तक 14 सैम्पल जांच के लिए पुणे लैब भेजे गए थे, जिनमें से 13 सैम्पल की रिपोर्ट निगेटिव आई है और एक रिपोर्ट आना बाकी है।

स्वास्थ्य विभाग की मॉनिटरिंग में ये बात सामने आई है कि अभी तक प्रदेश में 420 लोग दूसरे देशों से आए हैं, जिनमें से 319 लोगों को 28 दिन ऑब्जर्वेशन में रखने के बाद सार्वजनिक जगहों पर जाने की अनुमति दे दी गई है, जबकि 67 लोग अभी होम आइसोलेशन में हैं। इनमें से किसी भी व्यक्ति में कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं पाया गया है। सभी लोग सुरक्षा के मद्देनजर होम आइसोलेशन में रखे गए थे।

5 हजार डॉक्टरों और कर्मचारियों को दी ट्रेनिंग
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अधिकारियों ने ढाई सौ से अधिक केंद्रों पर सैटेलाइट के माध्यम से ट्रेनिंग कार्यक्रम में हिस्सा लिया और पांच हजार डॉक्टर और कर्मचारियों को कोरोना वायरस से बचने की ट्रेनिंग दी। विशेषज्ञों ने बताया कि कोरोना वायरस से डरने की नहीं बल्कि सावधानी बरतने की जरूरत है। लोगों को सतर्क करें। सर्दी खासी बुखार के मरीजों को अलग रखें और तुरन्त अस्पताल में भर्ती कराएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 350 केन्द्रों पर वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। मॉनिटरिंग में लगा स्वास्थ्य विभाग।

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि खजुराहो, सांची, ओरछा और अन्य पर्यटन स्थलों पर विशेष निगरानी जारी है. हर जिले में तीन सदस्यीय रेपिड एक्शन टीम बनाई गई है, जो सूचना मिलने पर सुरक्षा के साथ कदम उठाएगी। कोरोना वायरस से बचाव के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर इसके संबंधित सूचनाएं दी जा रही हैं और अस्पतालों में सर्दी, खांसी, और बुखार के मरीजों का अलग से इलाज किया जा रहा है। इसके अलावा लोगों को बताया जा रहा है कि भारतीय संस्कारों को बढ़ावा देते हुए नमस्कार करें। खांसते-छीकतें समय मुंह पर कपड़ा रखें और कोहनी से नाक, मुंह ढकें। सर्दी-खांसी से संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाएं। सार्वजनिक स्थलों पर जाने से बचें और 30 सेकण्ड तक साबुन से हाथ धोएं।

सर्दी-खांसी के मरीजों की खास निगरानी
स्वास्थ्य आयुक्त श्री प्रतीक हजेला ने बताया कि सभी अस्पतालों और नर्सिंग होम्स को निर्देश जारी किया जा चुका है। सर्दी-खांसी और बुखार वाले मरीजों को विशेष निगरानी में रखने को कहा गया है। अभी तक प्रदेश में कोरोना वायरस का मरीज नहीं पाया गया है. उन्होंने आगे कहा कि टोल फ्री नम्बर 104 पर फोन कर जानकारी प्राप्त की जा सकती है एवं इसके संबंध में सूचना भी दी जा सकती है। कोरोना वायरस से बचाव का बड़ा उपाय बताते हुए कहा कि अपने इम्यून सिस्टम को बढ़ाएं। आयुर्वेदिक, होम्पोपैथिक दवाएं भी सुरक्षा के रूप में ली जा सकती हैं। आयुक्त स्वास्थ्य ने बताया कि प्रदेश में मरीजों को तीन केटेगिरी में रखा जा रहा है, पहले ऐसे मरीज जिनको सर्दी-खांसी है, लेकिन कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं, इनका सामान्य इलाज सभी अस्पतालों में किया जा रहा है। दूसरे ऐसे लोग जो विदेशों से आए हैं या उनके सम्पर्क में रहे हैं, उनका होम आइसोलेशन कर परीक्षण कराया जा रहा है और तीसरे वे मरीज जो कोरोना वायरस संक्रमित पाए जाएंगे, उनको स्पेशल वार्ड में रखने के लिए कार्ययोजना बनाई गई है।

विभाग की तैयारी
कोरोना वायरस से बचाव और रोकथाम के लिए सभी जिलों में डीएम की अध्यक्षता में टास्क-फोर्स का गठन किया गया है। प्रदेश और जिला स्तर पर प्रतिदिन मॉनिटरिंग सैल की बैठक हो रही है. राज्यस्तर पर पी.सी. सेठी अस्पताल, महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज इंदौर, जे.पी. अस्पताल एवं हमीदिया अस्पताल भोपाल को चुना गया है। सभी जिलों में मॉकड्रिल की जा चुकी है।

Jagdev Singh

This news is Edited By Jagdev Singh