कर्फ्यू के बीच ईद और परशुराम जयंती! खरगोन में लोगों ने घरों में की पूजा अर्चना और पढ़ी नमाज
5/3/2022 3:38:44 PM
खरगोन(ओम रामनेकर): खरगोन में रामनवमी पर हुई हिंसा के बाद से ही शहर में सभी धार्मिक स्थलों के साथ जुलूस और आयोजनों पर प्रतिबंध लगा हुआ है। जिसके चलते पहले हनुमान जयंती पर मंदिरों पर ताले लटके रहे यहां तक कि हनुमान जी ताले में कैद रहे। वहीं अब मंगलवार को पूरे प्रदेश में तो परशुराम जयंती और ईद हर्षोल्लास के साथ मनाई गई जबकि खरगोन में पूरे दिन का कर्फ्यू लगाने की घोषणा के बाद अब श्रद्धालु केवल अपने घरों में ही अपने आराध्य देव परशुराम जी जन्म उत्सव पर पूजा अर्चना कर मना सकेंगे। इसी के चलते आज परशुराम जयंती पर ब्राह्मण समाज द्वारा कर्फ्यू के बीच अपने अपने घरों में भगवान परशुराम जी की पूजा अर्चना की गई। वही मुस्लिम समाज द्वारा भी ईद पर अपने घरों में नमाज अदा की गई।
बता दें कि जिला और पुलिस प्रशासन द्वारा किसी भी धार्मिक स्थल को न तो खोलने की इजाजत दी गई है और न ही किसी आयोजन को अनुमति दी गई है। खरगोन सर्व ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष सुनील शर्मा का कहना है कि खरगोन में उपद्रव होने के बाद से ही जिला प्रशासन द्वारा सभी धार्मिक आयोजन के साथ सामाजिक और मांगलिक कार्यों पर प्रतिबंध लगा रखा है।
इसी को लेकर आज हमने अपने आराध्य देव की पूजा अर्चना घर पर ही की है। जबकि हर वर्ष हमारे द्वारा भव्य शोभायात्रा निकाली जाती थी। लेकिन इस वर्ष सर्व ब्राह्मण समाज द्वारा समाज हित और शहरहित में निर्णय लेते हुए आज अपने अपने घरों में भगवान परशुराम जी का जन्मोत्सव मनाया। साथ ही आज रात्रि में हर घर के सामने पांच दीपक भी लगाए जायेंगे।