स्मार्ट मीटर विवाद के बीच बिजली कंपनी ने उठाया बड़ा कदम, जनता के लिए राहत की खबर
Thursday, Nov 13, 2025-08:45 PM (IST)
भोपाल: मध्य प्रदेश में स्मार्ट मीटर को लेकर जनता के बीच बवाल मचा हुआ है। हर तरफ लोग स्मार्ट मीटर का विरोध जता रहे हैं। इसी बीच बिजली कंपनी ने बड़ा कदम उठाया है। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के मुताबिक प्रदेश में अब सबसे पहले सभी सरकारी कर्मचारियों के घर दफ्तरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। उसके बाद लोगों के घरों में ये स्मार्ट मीटर लगेंगे। उनके मुताबिक यह कदम निश्चित तौर पर लोगों के मनों में स्मार्ट मीटर को लेकर चल रहे संशय को साफ और दूर करेगा।
बताया जा रहा है कि इस संबंध में महाप्रबंधक (जीएम) ने सभी अधिकारियों को पत्र जारी कर निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में पदस्थ सभी नियमित अधिकारी और कर्मचारियों की सूची तैयार करें तथा उनके बिजली कनेक्शनों पर प्राथमिकता से स्मार्ट मीटर स्थापित कराएं। निर्देशों में यह भी कहा गया है कि सभी संबंधित अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि सूची में शामिल प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी के घर पर स्मार्ट मीटर लग जाएं। इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही या देरी को गंभीरता से लिया जाएगा।
महाप्रबंधक संदीप कालरा के मुताबिक, स्मार्ट मीटर लगाने को लेकर जो भ्रम की स्थिति बन रही है उसको दूर करने के लिए पहले बिजली कंपनी के अधिकारियों के यहां पहले स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। कई अधिकारियों ने स्मार्ट मीटर लगवा भी लिए हैं। अभी कितने अधिकारियों के यहां स्मार्ट मीटर लग चुके हैं, इसकी जानकारी भी मांगी गई है। विभागीय कर्मचारियों के घरों पर स्मार्ट मीटर लगने के बाद आम उपभोक्ताओं में भी भरोसा बढ़ेगा और अभियान को रफ्तार मिलेगी।
आपको बता दें कि प्रदेश में एक करोड़ 30 लाख से ज्यादा स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं, जो दो फेज में लगेंगे। लेकिन इससे पहले ही लोग सरकार को आरोपों से घेर रहे हैं। बढ़ते विरोध के बीच ऊर्जा मंत्री ने सरकारी कर्मचारी अधिकारियो के साथ इस योजना की शुरुआत करने के निर्देश दिए हैं। वहीं बिजली कंपनी का कहना है कि स्मार्ट मीटर लगाने से बिजली उपभोग की सटीक माप, समय पर बिलिंग और लाइनलॉस में कमी आएगी। इसके साथ ही उपभोक्ताओं को ऑनलाइन खपत की निगरानी और रीयल-टाइम जानकारी मिलेगी।

