Video: पड़ोसियों के तानों से हारे कोरोना को मात देने वाले इंजीनियर, घर के बाहर टांगा बोर्ड- 'यह मकान
4/13/2020 8:28:09 PM
शिवपुरी: मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में कोरोना से जंग जीतकर घर लौट चुके मरीज को लेकर समाज की एक अलग ही मानसिकता नजर आई है। जहां पड़ोसियों के तानों से तंग आकर कोरोना को मात देकर घर लौटे एक इंजीनियर ने परिवार के साथ कॉलोनी छोड़ने का मन बना लिया है और घर के बाहर 'यह मकान बिकाऊ है' का बोर्ड लगा दिया है। दरअसल, पेशे से पेट्रोलियम इंजीनियर दुबई से लौटने के बाद 21 मार्च को कोरोना के लक्षण नजर आए थे। उसके बाद उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी दी। 24 मार्च को रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। उसके बाद अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में उन्हें भर्ती करवाया गया है। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद 4 अप्रैल को अस्पताल से छुट्टी हो गई।
Madhya Pradesh: A man in Shivpuri who recovered from #Coronavirus says, "My neighbours ask others not to walk in lane from where my family passes,even told our milk supplier to stop supply, or they will be infected. We need essentials to live so we've decided to shift from here" pic.twitter.com/RDm1zqKJn2
— ANI (@ANI) April 13, 2020
जानकारी के अनुसार, अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें होम क्वारंटीन में रहने को कहा है। लेकिन पड़ोसियों ने पूरे परिवार को परेशान कर दिया है। पड़ोसियों की हरकत से इंजीनियर और उनके परिवार के लोग इतने परेशान हो गए कि घर बेचकर मोहल्ला ही छोड़ देने का मन बना लिया और घर के बाहर 'यह मकान बिकाऊ है' का बोर्ड लगा दिया।
इस संबंध में दीपक ने बताया कि मेरे बीमार होकर घर लौटने के बाद पिता ने मकान बेचने का निर्णय लिया है। पिता ने घर के बाहर तख्ती टंगवा दी है। दीपक का कहना है कि मुझे कोरोना हुआ, यह किसी को भी हो सकती है। इसलिए किसी को किसी के साथ बुरा बर्ताव नहीं रखना चाहिए, बल्कि मुश्किल दौर में हौसला बढ़ाने का काम करना चाहिए। जिस दिन मैं ठीक होकर लौट रहा था उसी दिन से लोग मुझे ऐसे देख रहे थे जैसे मैं हत्या का अपराधी हूं। सोचा कुछ दिन में सब ठीक हो जाएगा। कुछ नहीं बदला, लोग मुझसे और परिवार से बुरा बर्ताव करने लगे है। हमारा पूरा परिवार आत्मग्लानि से घिर गया है।
दीपक ने एक पड़ोसी का जिक्र करते हुए बताया कि वे ट्यूशन पढ़ाते हैं, वह दूधवाले और सब्जी वाले से हमारे घर जाने से मना कर रहे हैं। दूध वाले से उन्होंने कहा- उनके बर्तन मत छूना, वायरस पकड़ लेगा। उनके यहां दूध मत दो। इसके बाद हमारी मां जिस रास्ते से जाती हैं, वे कहते हैं कि इस रास्ते से मत चलो, उनके कदम जहां पड़ रहे हैं उस जगह पर पैर मत रखो, नहीं तो वायरस पकड़ लेगा।
बताया जा रहा है कि अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें होम क्वारंटीन में रहने को कहा है। लेकिन पड़ोसियों ने पूरे परिवार को परेशान कर दिया है। पड़ोसियों की हरकत से इंजीनियर और उनके परिवार के लोग इतने परेशान हो गए कि घर बेचकर परिवार समेत ग्वालियर जाने का मन बना लिया है।