आई हॉस्पिटल लापरवाही मामला: मरीजों को एयरलिफ्ट कर ले जाया जाएगा चेन्नई, 3 CMHO को नोटिस
8/19/2019 1:12:47 PM
इंदौर: इंदौर में आंखों के ऑपरेशन में कोतही बरतने के मामलें में कमलनाथ सरकार सतर्क हो गई है। मोतियाबिंद के ऑपरेशन में आंखों की रोशनी गवाए तीन प्रभावितों को इलाज के लिए एयरलिफ्ट कर चेन्नई ले जाया जा रहा है। चार अन्य मरीजों का शंकर नेत्रालय चेन्नई से आए आई स्पेशलिस्ट डॉक्टर राजीव रमण यहीं चोइथराम अस्पताल में ऑपरेशन करेंगे। इनके अलावा चार अन्य मरीज़ों को फिलहाल ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए लापरवाही बरतने वाले इंदौर, धार और भोपाल के सीएमएचओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। वहीं मामले की जांच के लिए दो कमेटी गठित की गई है। साथ ही दवा कंपनी का लाइसेंस निरस्त करने और दोषियों पर FIR का आदेश भी दिया गया है।
रविवार को स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट चोईथराम नेत्रालय पहुंचे व जमीन पर बैठकर ही मोतियाबिंद पीड़ितों से बातचीत कर उनका हाल-चाल जाना। मंत्री तुलसी सिलावट ने भरोसा दिलाया कि मोतियाबिंद पीड़ितों के इलाज में सरकार कोई कोताही नहीं बरतेगी।
सीएम कमलनाथ ने दिए निर्देश
सीएम कमलनाथ ने निर्देश दिए थे कि मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराया जाए। मरीजों की जांच के लिए देश के जानेमाने नेत्र विशेषज्ञ राजीव रमण को इन्दौर बुलाया गया है। वह चार दिन तक इन्दौर में रहकर पीड़ित मरीज़ों का इलाज करेंगे। जिन तीन मरीज़ों को एयरलिफ्ट कर चेन्नई के शंकर नेत्रालय भेजा जा रहा है, उनके साथ एक-एक अटेंडेंट और एक ऑप्थीलमिक असिस्टेंट भी रहेगा। इलाज का पूरा खर्च मध्य प्रदेश सरकार उठाएगी।
तीन CMHO को नोटिस
लापरवाही बरतने वाले इंदौर सीएमएचओ डॉक्टर प्रवीण जड़िया, धार के सीएमएचओ सुदेश कुमार सरल और भोपाल के सीएमएचओ सुधीर डेहरिया को नोटिस जारी किया गया है। इन पर जानकारी छुपाने का आरोप है।
दवा कंपनी का लाइसेंस निरस्त करने का आदेश
स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने प्रारंभिक तौर पर लापरवाही पाए जाने पर ज़िला अंधत्व निवारण समिति के प्रभारी डॉक्टर टीएस होरा को तत्काल निलम्बित कर दिया है। साथ ही आई हॉस्पिटल की लीज निरस्त करने का आदेश इंदौर कमिश्नर को दिया है। मोतियाबिंद ऑपरेशन में जिस कंपनी की दवा दी गई थी, उसका लाइसेंस तत्काल निरस्त कर दोषियों पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया है। वहीं भविष्य में जहां भी स्वास्थ्य शिविर लगे वहां स्वास्थ्य विभाग का एक अधिकारी अनिवार्य रूप से उपस्थित रहे इस संबंध में भी सख्ती से निर्देश दिए गए।
जांच के लिए दो कमेटी गठित
स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने घटना की जांच करने के लिए दो स्तरों पर कमेटी बनाई है। प्रशासनिक लापरवाही की जांच कमिश्नर आकाश त्रिपाठी और इलाज में लापरवाही की जांच मेडिकल कॉलेज इंदौर की डीन डॉक्टर ज्योति बिंदल के नेतृत्व में की जाएगी। रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के ख़िलाफ कार्रवाई की जाएगी।