ग्वालियर में जीनोम सीक्वेंसिंग सैंपल की जांच की सुविधा नहीं

1/16/2022 7:38:45 PM

ग्वालियर: अंचल में कोरोना पॉजिटव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. तीसरी लहर का प्रकोप भी दिखाई देने लगा है. वहीं तीसरी लहर के वेरिएंट का पता लगाने के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग के सैंपल की जांच के लिए ग्वालियर में सुविधा उपलब्ध नहीं है. जिस कारण से वेरिएंट का स्वरूप पता चल नहीं पाता है. ऐसे में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का अमला अंधेरे में तीर चला रहा है और जब ग्वालियर स्थित डीआरडीई ने मेडीकल कॉलेज से जांच के लिए सैंपल मांगे तो उसमें भी कानूनी अड़चने सामने आ रहीं  है. 

ग्वालियर में ओमिक्रोन का पहला मामला सामने आ गया है. जिसमें डीआरडीई के वरिष्ठ वैज्ञानिक ओमिक्रोन की चपेट में आ गए है. खास बात यह है कि चंडीगढ़ से लौट कर आए डीआरडीई के वरिष्ठ वैज्ञानिक को जब परेशानी हुई तो उन्होंने अपना टेस्ट कराया. जिसमें वे पॉजिटिव पाए गए थे. उसके बाद डीआरडीई की लैब में ही उनकी जीनोम सिक्वेंसिंग की गई, तो उनका ओमिक्रोन पॉजिटिव पाया गया. इसके बाद से डीआरडीई के निदेशक डॉ. मनमोहन परीडा ने पहल करते हुए ग्वालियर के ही जीआर मेडिकल कॉलज के डीन को पत्र लिखकर पॉजिटिव मरीजों के सैंपल मांगे हैं. ताकि डीआरडीई की लैब में ही जीनोम सिक्वेंसिंग की जांच हो सके. लेकिन जीआर मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. समीर गुप्ता ने अपनी असमर्थता जताते हुए मध्यप्रदेश शासन से मार्ग दर्शन मांगा है. अब मामला संज्ञान में आने पर जिम्मेदार इस मसले का निराकरण करने की बात कर रहे हैं.

चूंकि जीआर मेडिकल कॉलेज के पदेन अध्यक्ष संभागीय आयुक्त होते हैं और वो शासन और मेडीकल कॉलज के बीच एक कड़ी का काम कर सकते है. लेकिन इतना गम्भीर मामला होने के बाद भी पूरे मसले और पत्राचार की जानकारी उनको नहीं हैं. लेकिन जिला प्रशासन के मुखिया इस अहम मुद्दे को सुलझाने का जल्द ही दावा कर रहे हैं.

गौरतलब है कि ग्वालियर में अभी कोरोना के तीसरे वेरिएंट और उसकी बारीकी से पड़ताल के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग जांच की सुविधा उपलब्ध नहीं है. 1 दिसंबर को जो सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे. उनकी रिपोर्ट अभी तक नहीं मिल पाई है. इसी बीच एक दर्जन और सैंपल दिल्ली के डीबीटी यानी डिपार्टमेंट ऑफ बायरोलॉजिकल एवम भारतीय सार्स कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम भेजे गए हैं. जिनकी जांच रिपोर्ट अभी आना बाकी है.

Devendra Singh

This news is News Editor Devendra Singh