राहत राशि न मिलने से भडक़े किसानों ने दिया धरना, कलेक्टर की दो टूक- नहीं मिलेगा मुआवजा
12/25/2020 12:19:51 PM
रतलाम (समीर खान): प्रदेश की शिवराज सरकार सरकार द्वारा किसानों के खाते में राहत राशि पहुंचाने और इससे रतलाम जिले के किसानों को वंचित रखने से नाराज किसानों ने कलेक्ट्रेट में जमकर प्रदर्शन किया। किसानों का कहना है कि पूरे प्रदेश सहित रतलाम जिले में भी बारिश की वजह से सोयाबीन और अन्य फसलों को नुकसान हुआ था, लेकिन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा रतलाम जिले के किसानों को किसी भी प्रकार की कोई राहत राशि नहीं दी। कलेक्टर ने स्पष्ट शब्दों में किसानों से कहा नुकसान कम होने के कारण राहत राशि रतलाम जिले को नहीं मिलेगी। जो कुछ गांव में वाकई नुकसान हुआ है, उसकी जानकारी प्रदेश शासन को दे दी गई है।
गुरूवार को राहत राशि मांग को लेकर जिले के किसान कलेक्ट्रेट पहुंचे थे और यहा पर कलेक्टर गोपालचंद्र डाड को ज्ञापन देकर मुख्यमंत्री तक अपनी बात पहुंचाने की बात कर रहे थे। लेकिन शहर एसडीएम अभिषेक गेहलोत ज्ञापन लेने आए और बोले कलेक्टर सर मिटिंग में बैठे हैं, आप हमें ज्ञापन देदो। जिसके बाद किसान कलेक्टर को ज्ञापन देने की बात पर अड गए और वहीं धरने पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। थोड़ी देर के बाद नाराज किसानों ने नारेबाजी करते हुए कलेक्टर कार्यालय के अंदर प्रवेश किया ओर जमकर नारेबाजी की। जिसके बाद उन्हे समझाईश देकर बाहर निकाला और कलेक्टर गोपालचंद डाड ज्ञापन लेने पहुंचे। किसानों की मांग थी कि इस वर्ष सोयाबीन फसलो के नुकसान और अन्य फसल क्षति की राहत राशि अभी तक रतलाम जिले के किसानों को नहीं मिली है। प्रदेश के 35 लाख 50 हजार किसानों के खातो में 1600 करोड़ की राशि डाल दी गई है। लेकिन रतलाम जिले के किसानों को इसका लाभ नही मिला है। जबकि ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना ओर अन्य अधिकारियों ने भी खेतों में पहुंचकर नुकसान का आंकलन किया था। बावजूद जिले को एक रूपया भी राहत राशि जारी नहीं की गई।