पाकिस्तानी गैंग से परेशान मध्य प्रदेश के किसान, Video में देखिए फसलों की तबाही का मंजर

5/27/2020 6:55:45 PM

भोपाल: वैश्विक कोरोना महामारी के कारण पहले ही मुश्किल में मध्य प्रदेश के किसानों की मुश्किलें पाकिस्‍तान से आए टिड्ड‍ियों के दल ने और बढ़ा दी है। राजस्थान की सीमा से सटे मध्य प्रदेश के मंदसौर, नीमच, उज्जैन और सीहोर के कुछ क्षेत्रों में इनका खतरा सबसे ज्यादा है। वहीं शाजापुर, देवास, छत्तरपुर, सतना, खरगोन जिले का 20 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र टिड्डी दल से ढक चुका है। किसानों का कहना है कि इस आपदा को समय रहते काबू नहीं किया तो मूंग, कपास और मिर्ची की फसल को नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। वही सीएम शिवराज सिंह ने भरोसा दिलाया है कि सरकार की टिड्डी दल पर पूरी नजर है और प्रशासन इनसे बचने के लिए पूरी रणनीति तैयार कर रहा है। साथ ही सरकार ने टिड्डी दल से किसानों की बर्बाद फसलों का निरीक्षण करके मुआवजा राशि दिए जाने का ऐलान किया है।



टिड्डी दल से प्रभावित जिले
खरगोन जिले के बडवाह क्षेत्र में टिड्डी दल ने अपनी दहशत फैला रखी है। इससे बचाव के लिए थरवर में रात्रि 3 बजे से टीडी दल पर फायर फाइटर से कीटनाशक दवाई का छिड़काव किया।साथ ही ग्रामीणों ने आग जलाकर धुंआ और थालिया बजाकर भगाया जा रहा है। फायर फाइटर के कीटनाशक छिड़काव से लाखों टीड्डियों को मार गिराया, शेष टीडी दल ओंकारेश्वर की ओर चला गया।
सीहोर
सीहोर जिले के बुधनी और नसरुल्लागंज क्षेत्रों में किसानों ने टिड्डी दलों को भगाने के लिए ग्रामीणों ने तालियां बजाकर इन्हें भगाया। इसके अलावा पेड़ों और फसलों पर कीटनाशकों का छिड़काव भी किया गया है। 



सतना
सतना जिले में पाक अधिकृत कश्मीर की ओर से आई हमलावरों टिड्डी गैंग विंध्य में दाखिल तो हुई लेकिन यहां उसे बड़ा नुकसान उठाना पड़ा। सतना जिले के अमरपाटन के समीप अहिरगांव में आराम फरमाने ठहरी गैंग के लिए मंगलवार की सुबह का सूरज मौत का पैगाम ले कर आया। उन पर सूरज उगते ही 6 फायर ब्रिगेड ने एक साथ हमला बोल दिया। किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाने वाली इस गैंग में अचानक हुए हमले ने भगदड़ मचा दी। लिहाजा कुछ तो गोविंदगढ़ के रास्ते रीवा की ओर भाग निकले लेकिन बड़ी संख्या में दल में शामिल टिड्डों को मार गिराया गया।बताया जा रहा है कि पहले से मुस्तैद प्रशासन टिड्डी गैंग के पन्ना जिले से सतना बार्डर में प्रवेश करते ही चौकन्ना हो चुका था। टिड्डियों के सफाए के लिए पूरी प्लांनिग की गई और सही समय देख कर उन पर धावा बोल दिया गया। जिसके बाद टिड्डियों को जान से हाथ धोना पड़ा और गैंग में जो बचे वो भी जिले की सीमा को छोड़ भाग खड़े हुए। 



देवास में भी नजर आया टिड्डी दल

मध्य प्रदेश के देवास जिले में भी बड़ी संख्या में आसमान में टिड्डियां नजर आई। फसलों को नुकसान पहुचने की आशंका में शहर और शहर के आसपास भारी संख्या में लोग इक्ट्ठा होकर इन्हें भगाने में जुट गए। कुछ ने तालियां बजाई तो कुछ ने थालियां बजाकर इन्हें भगाया।




टिड्डी दल से मुक्ति के लिए सतर्क है मध्य प्रदेश शासन-प्रशासन
मध्य प्रदेश के कृषि विभाग के निर्देश में किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपने स्तर पर समूह बनाकर खेतों में रात के समय निगरानी करें। शाम 7 से 9 बजे के बीच टिड्डी दल रात्रि विश्राम के लिए कहीं भी बैठ सकता है, जिसकी पहचान एवं जानकारी के लिए स्थानीय स्तर पर दल का गठन कर सतत निगरानी की जाए। टिड्डी दल का प्रकोप होने पर तत्काल स्थानीय प्रशासन और कृषि विभाग से संपर्क कर जानकारी दी जाए। किसान टोली बनाकर विभिन्न तरह के पारंपरिक उपाय जैसे शोर मचाकर, अधिक ध्वनि वाले यंत्रों को बजाकर या पौधों की डालों से अपने खेत से टिड्डी दलों को भगा सकते हैं।



सीएम शिवराज सिंह ने ट्वीट कर जताई चिंता

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि टिड्डी दल के मामले में स्थिति पर हमारी नजर है। उन्होंने कहा कि किसान भाइयों, आप चिंता न करे।  हम व आप मिलकर इसका मुकाबला करेंगे और जीतेंगे। वहीं कृषि मंत्री ने कमल पटेल ने घोषणा की है कि टिड्डी दल द्वारा किए गए फसलों के नुकसान का निरीक्षण करवा कर किसानों की बर्बाद फसलों का मुआवजा दिया जाएगा।

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This news is Edited By meena