पुलवामा हमले की पहली बरसी, MP के शहीद बेटे को शत शत नमन

2/14/2020 1:56:22 PM

जबलपुर: 14 फरवरी 2019 का दिन भारतीय इतिहास में जम्मू कश्मीर की एक दुखद घटना के रुप में दर्ज है। आज से ठीक एक साल पहले आज ही के दिन एक आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। सारा देश आज उनकी शहादत पर नमन कर रहा है। हमले में शहीद हुए 40 जवानों में मध्य प्रदेश के जबलपुर का एक जवान अश्विनी कुमार भी शहीद हुआ था। उनकी शहादत को आज सारा मध्य प्रदेश याद कर रहा है और श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है।



हमले से दहल गया था देश
फरवरी 14 की वो दोपहर जिसने हर भारतीय की आंख में आंसू ला दिए थे। जैसे जैसे देश के विभिन्न राज्यों में शहीदों के पार्थिव शरीर उनके गांव पहुंच रहे थे एक ओर गांव वाले आंखों में आंसू लिए शहीदों को नमन कर रहे थे तो दूसरी ओर शहीदों की शहादत पर गर्व भी महसूस कर रहे थे। इस हमले में कई ऐसे भी जवान थे जिनकी अभी शादी भी नहीं हुई थी, तो कुछ एक ऐसे थे जो अपनी नई नवेली दुल्हन को छोड़ कर आए थे। एक ऐसा भी जवान था जिसकी 14 दिन की मासूम बेटी थी जिसका उसने चेहरा तक न देखा था तो कोई ऐसा भी जवान था जो अपने बूढ़े मां बाप की बुढ़ापे का सहारा था। लेकिन इस आंतकी हमले ने सबकुछ एक पल में छीन लिया था।



अश्विनी की शहीदी की खबर से गांव में छाया था सन्नाटा
अश्विनी के शहीद होने की खबर से सारे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई थी। 36 वर्षीय अश्विनी पिता सुकरी काछी जबलपुर के खुड़ावल गांव के रहने वाले थे। शहीद अपने परिवार में सबसे छोटे थे उनके घर में माता पिता के अलावा पांच भाई बहन हैं। अश्विनी की शहादत की खबर जैसे ही उनके पैतृक गांव पहुंची पूरे गांव 



हर आंख थी नम
अश्विनी का पार्थिव शरीर दोपहर करीब 1 बजे सेना की गाड़ी से पैतृक गांव सिहोरा खुड़ावल लाया गया। जहां तिरंगे में लिपटे शहीद अश्विनी कुमार को देखने और अंतिम विदाई देने के लिए हजारों लोग जुटे थे। हर आंख नम थी हर आंख में आंसू थे, लेकिन गुस्सा भी था। लोग खून का बदला खून चाहते थे।



राजकीय सम्मान के साथ हुई थी अंतिम विदाई
सीएम कमलनाथ ने उस दुख की घड़ी में परिवार को सात्वनां देकर आतंकी हमले में शहीद अश्विनी कुमार काछी को बहादुर नौजवान और पूरे प्रदेश को उन परगर्व होने की बात कही थी। शहीद की अंतिम विदाई में खुद पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने कंधा दिया था और उनकी अंतिम शव यात्रा में दूर-दूर से लोग शामिल होने पहुंचे थे। वहीं इस लाल की शहादत पर सीएम कमलनाथ ने परिवार को 1 करोड़ सहायता राशि, शासकीय नौकरी और आवास देने का ऐलान किया था और शहीद के अंतिम संस्कार में पहुंचकर नमन किया था।



इतिहास का वो काला दिन
14 फरवरी दोपहर करीब साढे़ तीन बजे के जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर हमलावर ने विस्फोटक भरी कार से सीआरपीएफ काफिले की बस को टक्कर मार दी थी। धमाका इतना भयंकर था कि बस के परखच्चे उड़ गए। इसके बाद घात लगाए आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग भी की। हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी।



पहली बरसी पर नमन
मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ, पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने इस आंतकी हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की है। 

meena

This news is Edited By meena