CBSE के छात्रों के लिए पूर्व CM दिग्विजय सिंह ने मानव संसाधन मंत्री को लिखा पत्र, की ये मांग

5/27/2020 5:50:54 PM

भोपाल(इजहार हसन खान): कांग्रेस के दिग्गज नेता व मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल को पत्र लिखकर 10वीं और 12वीं की सीबीएसई के विद्यार्थियों के परीक्षा केंद्रों में बदलाव की मांग की है। दिग्विजिय सिंह ने कोरोनावायरस का हवाला देते हुए पत्र में लिखा कि सीबीएसई के विद्यार्थी देश के विभिन्न हिस्सों से परीक्षा देने के लिए आएंगे। ऐसे में कोरोनावायरस की चपेट में आ सकते है। वहीं लॉकडाउन के कारण आने जाने के खर्चे के साथ साथ यातायात के साधन भी उपलब्ध होने की कम ही संभावना है।

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दिग्विजय सिंह ने पत्र में लिखा कि सीबीएसई ने कक्षा X और XII के लिए जुलाई महीने में कार्यक्रम की घोषणा की है। लेकिन कोरोना वायरस के कारण खासकर अभिभावक और आवासीय विद्यालयों में रहने वाले छात्र, सुरक्षा के बारे में चिंता करने लगे हैं। सैकड़ों स्कूल ऐसे हैं जो या तो पूरी तरह से आवासीय हैं या आवासीय का हिस्सा है। कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन की घोषणा हो गई जिसके बाद उनके छात्र मार्च में अपने-अपने घरों के लिए रवाना हुए थे। इसके बाद अब सीबीएसई ने घोषणा की है कि विद्यार्थी उन्हीं स्कूलों या परीक्षार्थी केंद्रों पर परीक्षा देंगे जहां से उनका नामांकन हुआ है। ऐसे में इन छात्रों को देश के विभिन्न हिस्सों से उनके संबंधित स्कूलों में परीक्षा के लिए आने में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। यह कहने की आवश्यकता नहीं है कि यह उनके स्वास्थ्य के दौरान गंभीर खतरा पैदा करता है।

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महामारी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसलिए, मेरा सुझाव है कि बोर्ड इन छात्रों को उनके लिए केंद्र आबंटित करने पर विचार करें। उनके आवासों या गृहनगर के निकटतम परीक्षा केंद्र बनाए ताकि छात्रों को अनावश्यक यात्रा न करनी पड़े। यह कदम स्वास्थ्य के साथ साथ इस कठिन आर्थिक संकट में यात्रा पर खर्च को बचाएगा। इसे सुगम बनाने के लिए छात्रों से संबंधित उनके डेटा प्रस्तुत करना। एमपी बोर्ड सहित कुछ बोर्ड या तो पहले से ही एक निर्णय लिया है जो छात्रों को अपने नजदीकी केंद्रों पर परीक्षा में बैठने की अनुमति दे सकते हैं। घरों, या छात्रों को इस सुविधा की घोषणा करने की प्रक्रिया में हैं।

मुझे आशा है कि मेरे सुझाव को निष्पक्ष रूप से देखा जाएगा और हजारों लोगों की खातिर ये काम किया जाएगा। इस संबंध में एक त्वरित घोषणा से अनावश्यक तनाव से राहत मिलेगी माता-पिता और छात्र और वे परीक्षा की तैयारी पर ध्यान केंद्रित करने में सक्षम होंगे।

 


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meena

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