तपती धूप में निगम दफ्तर में खड़े रहे फल-सब्जी विक्रेता, किसी अधिकारी ने नहीं ली सुध
6/3/2021 6:02:27 PM
रतलाम (समीर खान): अनलॉक में हाथ ठेले पर फल सब्जी बेचने वालों के लिए एक फरमान जारी हुआ। जिसमें इन्हें फेरी लगाकर फल सब्जी बेचना था, जिसके लिए अधिकारी द्वारा इन्हें रजिस्ट्रेशन करवाने का बोला गया था। सूचना पाकर ये लोग नगर निगम द्वारा बनाए गए काउंटर पर घंटों लाइन में खड़े रहकर पास बनवा रहे थे, लेकिन इनका नंबर नहीं आने के बाद अगले दिन जब वे सुबह 6 बजे से लाइन में लग गए, इसके बाद भी तपती धूप में करीब 12 बजे तक जब कोई अधिकारी रजिस्टर्ड केंद्र पर नहीं आया और बंद काउंटर देखकर फल सब्जी फेरी वालों का गुस्सा फूट पड़ा। जिसके बाद यह सब लोग अपनी फरियाद लेकर नगर निगम गए। लेकिन निगम परिसर में बैठे जिम्मेदार उपायुक्त विकास सोलंकी ने इनकी कोई समस्या नहीं सुनी, अंदर ही बैठे रहे, और यह फल सब्जी विक्रेता तपती धूप में डेढ़ घंटे तक बाहर ही इनका इंतजार करते रहे।
जब इसकी सूचना कांग्रेसी नेता महेंद्र कटारिया को लगी तो उन्होंने तत्काल निगम पहुंचकर जिम्मेदार उपायुक्त को इनकी समस्या हल करने को कहा और इनके हस्तक्षेप के बाद इन सब्जी विक्रेताओं के कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई। गौरतलब है कि सब्जी फल बेचने के लिए तेज धुप में पास बनाये जाने के रजिस्ट्रार केन्द्र पर अपना कार्ड बनवाने के लिए सुबह से ही लम्बी कतार में घंटों इंतजार करते रहै लेकिन विडंबना यह है के यहा समय पर ना तो कर्मचारी दिखतें है ना ही पास बनानें वाला को जवाबदार अधिकारी। हाथ ठेले पर फल सब्जी बेचने के लिए पास की सुविधा व छुट जिला प्रशासन द्वारा दी गई है। जिसके लिए अलग-अलग जोन बनाये गये हैं। वही कालिकमाता सांस्कृतिक मंच पर भी एक रजिस्ट्रेशन केन्द्र बनाया गया है। मगर यहां ना तो पानी की व्यवस्था है और ना ही धुप से बचने की। लॉकडाउन में इन गरीब परिवार को पेट पालने के लिए भी काफी मशक्कत करना पडी़ थी। वहीं अनलॉक में अब पास के लिए रोज केन्द्र पर भटकना पड़ रहा है। लेकिन यहां पर सिर्फ 2 दिन ही पास बनाए गए। बाकी जो लोग लाइन में लगे थे, वह अपना कार्ड बनवाने के लिए अगले दिन फिर यहां पर सुबह 6 बजे से पहुंच गए थे।
सब्जी विक्रेता जितेंद्र डागा ने मीडिया से कहा कि, यहां व्यवस्था प्रशासन द्वारा करवाई गई है। जिससे गरीब परिवार का पेट भर सके। मगर कल कुछ अधिकारियों ने यहां बैठकर कार्ड बनाने के समय खाना खाने का कहकर चले गए। 24 घंटे बाद भी उक्त केंद्र पर ना तो कोई कर्मचारी वापस आया, ना ही अधिकारी। यहां सभी सब्जी और फल बेचने वाले कल दोपहर से परेशान हैं और अधिकारी मौके पर नहीं है। वहीं जब पुलिस यहां आती है तो गरीबों पर लठ बरसाती है। सरकार या तो फिर पूर्ण बंद लॉकडाउन कर दे या हमें सल्फास की गोली दे दे। जब इस की जानकारी काग्रेंस नेता महेंद्र कटारिया को लगी तो वह फल, सब्जी बेचने वालों के साथ में नगर-निगम अधिकारियों से बात करने पहुंचे और अधिकारी से चर्चा की और सभी को कार्ड बनाने की बात कही। जिस पर सहायक आयुक्त का कहना था, कि एसडीएम द्वारा 2 दिन का आदेश था। हमने 31 व 1 तारीख को जो लोग आए थे, उन सभी का कार्ड बनाया है। यह लोग अब आएं है फिर भी इन लोगों की समस्याओं पर ध्यान देते हुए हम तत्काल उनकी सुची बनाकर ईन्हें पास बनाकर देने का आश्वासन दिया है।