नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का एक और सदस्य चढ़ा पुलिस के हत्थे

3/22/2021 1:53:59 PM

इंदौर (सचिन बहरानी): नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं से ठगी करने वाले एक गिरोह के एक और सदस्य (हर्षल) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी हर्षल भटनागर को देवास से पकड़ा हैं पूछताछ के दौरान हर्षल ने पुलिस को बताया कि फर्जी मंत्री रोहित बैरागी के साथ यह काम भोपाल के होटल से संचालित होता था। पुलिस अब इस होटल की जांच भी करेगी। नौकरी के नाम झांसा देने वाले इस गिरोह ने अब तक 40 युवाओं से करीब 18 लाख रूपए ठगे थे। हर्षल ने बताया कि फर्जी आदेश तैयार करने के लिए वे असली आदेशों की कॉपी किया करते थे। इस होटल में इन्होंने पूरे तामझाम के साथ एक मंत्रालय बना रखा था, जिसमें यह फर्जी गिरोह चलाते थे। इंदौर पुलिस सोमवार को इस होटल की जांच करेगी। SP महेश जैन ने बताया कि बेरोजगारों को रोजगार दिलाने के नाम पर ठगी की कई शिकायतें रोहित बैरागी के खिलाफ भंवरकुआं पुलिस को मिली हैं। इसकी जांच पुलिस कर रही है।

पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि उसकी संपत्ति कहां-कहां है। उन सबकी जांच कर उन्हें जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी। भंवरकुआं पुलिस ने देवास के सिविल लाइन क्षेत्र में दबिश दी थी। यहां से रोहित का साथी हर्षल भटनागर हत्थे चढ़ गया। वहीं भंवरकुआं TI संतोष दूधी का कहना है कि पुलिस ने अभी 40 छात्रों के साथ 18 लाख से ज्यादा की ठगी करने वाले राजोदा गांव निवासी रोहित बैरागी पिता मोहनदास बैरागी (35) को गिरफ्तार कर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था । उसने कई युवाओं को नियुक्ति पत्र भी दे दिए थे। आरोपी बीएचएमएस होम्योपैथी डॉक्टर है। 2016 से पिता ने उसे घर से निकाल दिया था। जीवन यापन के लिए वह भजन संध्या व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम करवाता है।

बता दें कि इस ठगी के पीछे कुछ लोग अभी सामने नहीं आए है। पकड़े गए आरोपी ने पुलिस को बताया कि रोहित बैरागी के साथ मिलकर उसने कई लोगों को ठगा है जोकि खोजकर लाता था। थाना प्रभारी के मुताबिक 3 दिन पहले ही रोहित को पकड़ा गया था। जिसे आज पुलिस भोपाल लेकर जाएगी, जहां उसने एमपी नगर के एक होटल में अपना कार्यालय बना रखा था। दूसरी ओर कुछ शिकायतकर्ता थाने पहुंचे थे, जिनसे पुलिस ने आवेदन लिए हैं।

 

 

 

 

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