सरकारी वकील रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार, कोर्ट ने भेजा जेल

8/23/2019 1:23:19 PM

नीमच(मनीष बागी): मध्यप्रदेश के नीमच जिले में उज्जैन लोकायुक्त ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सरकारी वकील को रंगे हाथों पकड़ा। वकील ने एक मामले में 25000 की रिश्वत मांगी थी और रिश्वत की पहली किश्त 10000 न्यायलय परिसर में ले रहा था। इसी दौरान उज्जैन की लोकायुक्त की टीम ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया। जिसके बाद उन्हें उज्जैन की लोकायुक्त की टीम ने इस सरकारी वकील को गिरफ्तार कर विशेष न्यायालय में पेश किया। जहां न्यायालय ने वकील के अपराध को गंभीर मानते हुए सीधे जेल भेज दिया।


जानकारी के अनुसार, नीमच न्यायालय में  भ्रष्टाचार के  लिए न्याय की पैरवी करने वाले जिला अभियोजन अधिकारी (डीपीओ) आरआर चौधरी खुद ही भ्रष्टाचार करते पकड़े गए हैं। लोकायुक्त टीम ने भ्रष्टाचार के मामले की फाइल चलाने के मामले में दस हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ उनके कार्यालय से गिरफ्तार किया। जिसके बाद उन्हें भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम विशेष न्यायालय में पेश किया गया।
 



विशेष न्यायाधीश अजय सिंह ठाकुर ने न्याय की पैरवी करने वाले को भ्रष्टाचार में पकड़ा जाना गंभीर अपराध मानते हुए उनकी जमानत अर्जी खारिज कर 4 सितंबर तक जेल भेजने के आदेश दिए हैं। जेल जाने के आदेश के बाद जैसे ही जेल पुलिस ने डीपीओ को गिरफ्त में लिया, उनकी तबीयत बिगड़ गई। सीने में दर्द और घबराहट होने पर उन्हें जिला अस्पताल में लाया गया। कैदी वार्ड में भर्ती किया गया।


 

ये है पूरा मामला
एमपीईबी कनिष्ठ यंत्री राजेंद्र गोलिया ने 18 अगस्त को शिकायत दी थी कि वर्ष 2015 में वह नयागांव विद्युत सब स्टेशन पर कनिष्ठ यंत्री के रूप में रिश्वत के एक मामले में पकड़े गए थे। मामला कार्ट में लंबित था। मामले की फाइल आगे चलाने के एवज में अभियोजन अधिकारी आरआर चौधरी ने 25 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी। लेकिन बात 20000 हजार में तय हुई। वह रिश्वत नहीं देना चाहता था। जिसकी शिकायत भोपाल लोकायुक्त एडीजी और उज्जैन लोकायुक्त एसपी को की थी। शिकायत के आधार पर यह कार्रवाई की गई।



केमिकलयुक्त दस हजार रुपए भी सौंप दिए। फोन पर शिकायतकर्ता राजेंद्र ने जिला अभियोजन अधिकारी आरआर चौधरी से बातचीत की। उनके कार्यालय कक्ष में बुलाया और रिश्वत के रुपए लिए। उसके बाद बाहर आकर शिकायतकर्ता का इशारा होने पर टीम कक्ष के भीतर घुस गई। वहीं आरोपी अधिकारी चौधरी के हाथ धुलाए जाने के बाद पानी गुलाबी हो गया। वहीं जिला अभियोजन अधिकारी से रिश्वत की दस हजार रुपए की राशि भी जब्त कर भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई।

meena

This news is Edited By meena