अब सरकारी शिक्षक नहीं कराएंगे फेरे, विरोध के बाद आदेश हुए निरस्त

6/17/2019 4:16:51 PM

नसरुल्लागंज: मुख्यमंत्री कन्यादान एवं विकास योजना के अंतर्गत सामूहिक विवाह एवं निकाह सम्मेलन में शिक्षकों की ड्यूटी लगाने जाने पर उठे विरोध के स्वर के चलते आखिरकार प्रशासन को अपना आदेश निरस्त करना पड़ा। इस आदेश के अनुसार शादी में मंच से मंत्रोच्चार करने से लेकर वर-वधु के फेरों तक शादी की सारी रस्मों तक की जिम्मेंदारी सरकारी शिक्षकों की थी। आदेश जारी होते ही शिक्षकों ने इसका जमकर विरोध किया। आखिरकार रविवार को अनुविभागीय अधिकारी ने दो दिन पुराना आदेश निरस्त कर दिया।

दरअसल, नसरुल्लागंज में सोमवार 17 जून को जनपद पंचायत के तत्वाधान में मुख्यमंत्री कन्यादान एवं विकास योजना के अंतर्गत सामूहिक विवाह एवं निकाह सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। यह सम्मेलन शासकीय उत्कृष्ट स्कूल मैदान में आयोजित किया गया है। जिसमें प्रशासन ने आदेश भी जारी किए थे कि सामूहिक विवाह कार्यक्रमों में पंडित की भूमिका से लेकर  मंत्रोच्चार और वर-वधु के फेरे तक सारी रस्में सरकारी शिक्षकों द्वारा निभाई जानी थी। अनुविभागीय अधिकारी ने 25 ब्राह्मण शिक्षकों को तैनात किया था। 

आदेश जारी होते ही शिक्षकों ने विरोध शुरू कर दिया। जिस पर विचार करते हुए अनुविभागीय अधिकारी ब्रिजेश कुमार सक्सेना ने अपने आदेश को निरस्त कर दिया।

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