लाउडस्पीकर विवाद पर गोविंद सिंह की दो टूक- हनुमान चालीसा हो या अजान किसी को परेशानी होती है तो नहीं बजाना चाहिए
4/29/2022 12:48:39 PM
ग्वालियर(अंकुर जैन): नेता प्रतिपक्ष चुने जाने के बाद डॉ गोविंद सिंह ने ग्वालियर में लाउड स्पीकरों पर छिड़े विवाद पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि लाउडस्पीकरों को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए और न ही किसी एक धर्म को टारगेट करना चाहिए। चाहे हनुमान चालिसा हो या अजान अगर किसी को परेशानी होती है तो लाउडस्पीकरों को लेकर विचार करना चाहिए। ग्वालियर पहुंचने पर उनके समर्थकों ने डॉक्टर गोविंद सिंह का जोरदार स्वागत किया। डॉ गोविंद सिंह ने इस दौरान मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि पार्टी में कार्यकर्ता की हैसियत से काम करता हूं और जो पार्टी जिम्मेदारी देती है उस ईमानदारी से पूरा करता है। हमारी पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता और साथी सभी मिलकर आगामी विधानसभा 2023 के चुनाव में इस सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में महंगाई और जन समस्याओं कांग्रेस पार्टी प्रदर्शन करेगी। जिस तरीके से प्रदेश में लगातार महंगाई बढ़ रही है पूरा प्रदेश कर्ज में डूब रहा है लेकिन फिर भी शिवराज सरकार को विकास दिखाई दे रहा है।
लाउडस्पीकरों पर बैन पर कहा...
लाउडस्पीकर के मामले में बोले डॉक्टर गोविंद सिंह ने कहा कि सभी धर्म के लोग लाउडस्पीकर बजाते हैं और अपनी बात कहते हैं, लेकिन वास्तव में आम जनता को अगर परेशानी है तो सभी से अपील है कि लाउड स्पीकर की आवाज को धीमी कर ले। चाहे किसी भी धर्म की हो। हम देखते हैं कि गांव में रामायण होती है तो हम रात भर सो नहीं पाते हैं खुद हमारे भाई ने रामायण कराने के लिए लाउडस्पीकर लगाया तो रात भर नहीं सो पाए थे। यह सब कुछ दिखना चाहिए। केवल चुनाव के लिए किसी एक समुदाय को टारगेट नहीं करना चाहिए। बदनाम करने की साजिश जो भारतीय जनता पार्टी कर रही है यह देश की जनता समझ गई है। अब उनकी बातों में नहीं आने वाली है। हनुमान चालीसा हो या अजान किसी को अगर परेशानी होती है तो लाउडस्पीकर नहीं बचना चाहिए।
ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधते हुए गोविंद सिंह ने कहा कि आजादी के बाद कोई भी श्रीमंत महाराज नहीं है। डॉ गोविंद सिंह ने नई जिम्मेदारी मिलने के बाद सभी पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं को लेकर सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ आंदोलन करने की बात कही। उन्होंने सिंधिया को लेकर कहा कि अंचल में सिंधिया को कभी न चैलेंज के रूप में माना है और ना कभी मानूंगा। अगर सिंधिया इतने बड़े होते तो एक साधारण अपनी ही कार्यकर्ता से बुरी तरह नहीं हारते। सिंधिया को सिर्फ उन लोगों ने चैलेंज माना है जो उनकी चरण वंदना करते हैं।