Gurjar gang active in chambal region: चुनाव आते ही सक्रिय हो जाते हैं दर्जनों गैंग, शांतिप्रिय मतदान के लिए पुलिस ने बनाया है ये प्लान

6/8/2022 12:29:31 PM

मुरैना/भिंड/श्योपुर/शिवपुरी/ग्वालियर (अंकुर जैन): एमपी में पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव (panchayat and urban body election 2022) के घोषणा के बाद अब गांव में डकैतों (dacoit) की आहट सुनाई देने लगी है। खासकर जब भी चंबल अंचल (chambal region) में पंचायत चुनावों का ऐलान होता है तो उस समय चंबल के बीहड़ों में छोटे बड़े डकैतों के गैंग सक्रिय (dacoit gnag) हो जाते हैं और इसे लेकर अब ग्रामीणों में दहशत शुरू हो गई है। आशंका जताई जा रही है कि आने वाले ग्राम पंचायत के चुनावों में डकैतों के गैंग ग्रामीणों को डराने और धमकाकर चुनाव को सीधे तौर पर प्रभावित कर सकते हैं। इसी को लेकर ग्वालियर और चंबल अंचल के सभी जिलों की पुलिस एकजुट होकर पंचायत चुनावों में डकैतों की सक्रियता पर नकेल कसने की योजना पर काम कर रही है। 

चुनाव के समय सक्रिया हो जाता है गुर्जरों का गैंग

पंचायत चुनावों का ऐलान हो चुका है। वोटिंग किसी भी प्रकार से प्रभावित ना हो इसके लिए पुलिस एक योजना पर काम कर रही है। ग्वालियर के तिघरा से मोहना तक करीब 25 पंचायत में डकैत गिरोह के दखल की भनक पुलिस को पहले से लग चुकी है। इन पंचायतों में रहने वालों को सबसे बड़ा डर डकैत गुड्डा गुर्जर (dacoit gudda gurjar) की गैंग है। 5 महीने पहले भी पंचायत चुनाव का ऐलान हुआ था। तब डकैत गुड्डा के साथ कल्ली और जसवंत गुर्जर की गैंग (gang of kalli and jashwant gurjar) भी जंगल में सक्रिया थाष लेकिन चुनाव टल गए। इस दौरान मुरैना पुलिस (morena police) ने कल्ला और जसवंत को घेर लिया। सिर्फ गुड्डा गैंग उसकी पकड़ से बाहर है। जिसमें लगभग 20 से अधिक खूंखार डकैत शामिल है।

आंतक के बूते चुनाव करते हैं प्रभावित 

गुड्डा गिरोह, पंचायत चुनाव में मुरैना के अलावा तिघरा, महेश्वरा, बाबा लखनपुरा, रेहट, चराई, फिराक, भवनपुरा, सोहेला जखौरा राई, बसारी और शहर सारी पंचायत के चुनाव में दखल देने की पूरी कोशिश कर सकता है। क्योंकि इन चुनावों पंचायतों में ज्यादातर गांव गुर्जर बाहुल्य है। डकैत गुड्डा की गैंग के मेंबर भी गुर्जर (gurjar caste) है। जाहिर है कि इन पंचायतों में गैंग अपनी दहशत के बलबूते ग्रामीण और चुनाव को सीधे तौर पर प्रभावित कर सकते हैं।  

जबरन वोट देने के लिए करते हैं फायरिंग, हत्या, धमकी और लूट 

चंबल अंचल (chambal region) में इससे पहले जब पंचायत चुनाव हुए थे। तो उसमें चंबल के कई ऐसे छोटे-बडे डकैतों के गैंग सक्रिय थे। जिन्होंने पंचायत चुनावों (panchayat election) में कई गांव में दहशत फैलाई थी। कई गांव ऐसे थे, जहां पर ताबड़तोड़ फायरिंग हुई थी। जिसके कारण गांव वाले काफी दहशत में आ गए थे। चंबल में पिछले चुनाव में सबसे ज्यादा डकैत तहसीलदार सिंह का आतंक रहा था। जिसने आधा दर्जन गांव में फायरिंग कर दहशत फैलाई थी। इस दौरान एक समुदाय को वोट देने के लिए ग्रामीणों को धमकाया गया था। जिसमें पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज किया था। इसके साथ ही चंबल में कई डकैतों की छोटी सक्रिय गैंग है, जो सिर्फ गांव वालों को धमकाने का काम करती है। ऐसे में जब चंबल में पंचायत चुनाव होता है तो उस समय यह गैंग सक्रिय हो जाते हैं और गांव-गांव जाकर लोगों को धमकाते हैं।

पत्थर माफिया से पोषित होती हैं गुर्जर गैंग

तिघरा से मोहना तक जंगली हिस्से में पत्थर का अवैध खनन होता है। पत्थर माफिया डकैत गिरोह की सबसे मजबूत कमाई का जरिया है। तिघरा से मोहना और शिवपुरी तक गुड्डा गैंग खदानों से वसूली करता है। यहां पैसा नहीं मिला वहां गैंग में आतंक मचाया है। बम्हारी, शिवपुरी में ढांडा खिरक निवासी जंडेल गुर्जर (jandel gurjar) ने गैंग को उगाई देने से मना किया था, तो गिरोह ने वहां गोलियां ठोक दी। 

गैंग पर निंयत्रण के लिए तीन जिलों की पुलिस चला रही है संयुक्त अभियान 

इसके साथ ही खदान मालिक को अगवा करने की धमकी दी थी। इसी तरह जखोरा में नरेश गुर्जर (naresh gurjar) की खदान पर चंदा वसूली के लिए मजदूरों को बंधक बनाकर पीटा था।उनसे पैसा और मोबाइल फोन लूट लिए थे। पुलिस के रिकॉर्ड में मुरैना से गुड्डा गैंग पर हत्या लूट मवेशी चोरी, खिरखाई और पत्थर माफिया (stone mafia) से टेरर टैक्स (terror tax) के अपराध दर्ज है। फिलहाल मुरैना, शिवपुरी, ग्वालियर पुलिस, गिरोह को घेरने की कोशिश कर रही है। लेकिन गैंग फिलहाल उसकी पकड़ से बाहर है। इसलिए वोटर मान रहे हैं कि गैंग, पंचायत चुनाव में अपने उम्मीदवार की पैरवी करेगा। वैसे पुलिस ने गुड्डा पर 35,000 का इनाम घोषित कर रखा है।
  

Devendra Singh

This news is News Editor Devendra Singh