बंद कमरे में लिए बयान, ADM बोलीं : क्या हुआ, यह बताने में अधिकृत नहीं

7/24/2018 12:03:17 PM

सागर : आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित ज्ञानोदय आवासीय विद्यालय में लगातार अव्यवस्थाएं सामने आने के बाद सोमवार को कमिश्नर मनोहर लाल दुबे द्वारा गठित टीम ने निरीक्षण किया। करीब डेढ़ घंटे तक एडीएम तनवी हुड्डा और आदिम जाति विभाग के डिप्टी कमिश्नर एमएस मरावी ने बंद कमरे में छात्राओं के बयान लिए। स्कूल के रसोइयों से भी पूछताछ की गई।

छात्राओं का आरोप है कि कर्मचारी समय पर स्कूल नहीं पहुंचते हैं, जिसके चलते उन्हें देरी से खाना दिया जाता है। नाश्ता तो कभी-कभी मिलता ही नहीं है। इसी परेशानी को लेकर बीते गुरुवार को छात्राओं ने स्कूल में ही धरना दिया था, लेकिन व्यवस्थाओं में सुधार न होने के बाद रविवार को छात्राओं ने स्कूल में तालाबंदी करते हुए रसोइयों को बाहर कर दिया था और स्वयं ही खाना बनाया था।

मामले के तूल पकडऩे के बाद कमिश्नर ने संज्ञान लेते हुए सोमवार को एक जांच दल स्कूल भेजा। मौके पर पहुंची एडीएम हुड्डा और डिप्टी कमिश्नर मरावी ने बंद कमरे में जांच की। मीडिया को अंदर प्रवेश नहीं दिया गया। साथ ही स्कूल प्रबंधन ने भी मीडियाकर्मियों को छात्राओं से भी नहीं मिलने दिया। स्कूल में कर्मचारियों की मनमानी को लेकर छात्राएं लंबे समय से परेशान हैं। इसे लेकर वे वार्डन के साथ प्राचार्य डॉ.शिवकुमार चौरसिया से कई बार शिकायत कर चुकी हैं, लेकिन समस्या का कोई हल नहीं निकल रहा है। इस पूरे प्रकरण में प्राचार्य चौरसिया की कार्य प्रणाली सवालों के घेरे में हैं।

वहीं, मामले पर एडीएम तनवी हुड्डा का कहना है कि स्कूलों में छात्राओं और खाना बनाने वाली महिलाकर्मियों के बयान लिए हैं। मामले में क्या हुआ है, यह बताने के लिए मैं अधिकृत नहीं हूं।

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