मध्य प्रदेश मामले में सुप्रीम कोर्ट की बड़ी टिप्पणी- जल्द हो फ्लोर टेस्ट
3/19/2020 11:35:26 AM
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में सत्ता को लेकर जंग सुप्रीम कोर्ट और कोर्ट के बाहर जारी है। शिवराज सिंह की फ्लोर टेस्ट की मांग को लेकर दी गई याचिका पर आज सुनवाई हो रही है। जस्टिस चंद्रचूड़ और जस्टिस गुप्ता सुनवाई कर रहे हैं। आज की सुनवाई में एससी ने टिप्पणी करते हुए कहा कि विधायकों की खरीद फरोख्त को रोकने के लिए फ्लोर टेस्ट जल्द ही होना चाहिए। इससे कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही कमलनाथ सरकार में फ्लोर टेस्ट हो सकता है। इससे पहले बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने यह स्वीकार किया कि कमलनाथ सरकार (Kamal Nath) की किस्मत 16 बागी विधायकों के हाथों में है। स्पीकर से यह भी पूछा गया कि यदि वे विधायकों के इस्तीफे से संतुष्ट नहीं थे तो मंजूर क्यों किए गए। इसके साथ ही अगर बजट पास नहीं होगा तो राज्य का काम कैसे चलेगा?
बहरहाल, कोर्ट का फैसला किसके पक्ष में होगा ये तो आने वाला समय तय करेगा लेकिन कमलनाथ सरकार को बचाने का जिम्मा पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने अपने कंधों पर उठाया है। वो बेंगलुरू में हैं और राज्यसभा उम्मीदवार के तौर पर बागी विधायकों से मिलने की कोशिश कर रहे हैं।
इससे पहले उन्हें बुधवार को कर्नाटक की पुलिस ने विधायकों के पास नहीं पहुंचने दिया था वे आमरण अनशन पर बैठ गए और पुलिस ने उनके धरने को गैरकानूनी बताते हुए हिरासत में ले लिया। हालांकि बेंगलुरु विधायकों ने एक विडियो जारी करते हुए कहा है कि वो स्वेच्छा से आए हैं, लेकिन दिग्विजय विधायकों से मिलने की मांग पर कर्नाटक हाई कोर्ट चले गए। हालांकि, यहां से उनको झटका लगा और कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी। मामले की अगली सुनवाई अब 26 मार्च को होगी।
दिग्विजय यही रुकने वाले नहीं हैं उन्होंने दावा किया कि वे सुप्रीम कोर्ट में भी गुहार लगाएंगे। इस बीच मध्य प्रदेश बीजेपी ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर कहा है कि दिग्विजय सिंह विधायकों पर दबाव डालने की कोशिश कर रहे हैं।