लड़की होना गुनाह है क्या? कई थाने भटकने के बाद DIG के कहने पर शुरू की कार्रवाई

10/7/2020 6:01:14 PM

इंदौर(सचिन बहरानी): पहले थाना कनाड़िया फिर सायबर उसके बाद वी केयर फॉर... हम आपको पुलिस थानों के पते नहीं बता रहे बल्कि पुलसिया नाकामी की एक बानगी से रूबरू करा रहे हैं। जी हां एक ओर जहां मामा के राज में भांजियों को पूरी आज़ादी देने और आत्म निर्भर बनने की बात कही जाती है वहीं दूसरी ओर लड़कियों को इसी आज़ादी से अपना जीवन चलाना गुनाह साबित हो रहा है। जिसका उदाहरण इंदौर में देखने को मिला जहां पिछले 15 दिनों से रिटायर्ड कर्नल की बेटी मनचले आशिक की शिकायत लेकर थानों के चक्कर काट रही है लेकिन उसकी एफआईआर दर्ज नहीं हुई। आखिर में डीआईजी हरिनारायण के हस्तक्षेप के बाद मनचले के खिलाफ कार्रवाई की गई।



सेना में अपने जीवन के बेहतरीन और खूबसूरत साल देने वाले रिटायर्ड कर्नल की बेटी जो कि एक मनचले से परेशान है और अपनी परेशानी के चलते पुलिस के करीब करीब सभी दरों पर दस्तक दे चुकी है। अब पुलिस कप्तान के कहने पर पुलिस की महिला विंग वी केयर फॉर यू ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्यवाही शुरू की है। मामले में एक आरोपी को पकड़ लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है।


दरअसल, शहर इंदौर में जबलपुर निवासी परेशान महिला जो की रीयल स्टेट में मार्केटिंग का काम करती है उसको गणेश नामक एक व्यक्ति जो खुद को पुलिस का अधिकारी बताते हुए फोन पर लगातार परेशान कर रहा है । सिरफिरा युवक फोन पर वीडियो कॉलिंग और ऑडियो कॉलिंग से पीड़िता को इस हद तक सताने लगा कि उसमें थक हार कर मामले की शिकायत पुलिस से करने का फैसला लिया। लेकिन पीड़िता को न्याय दिलाने की बजाए पीड़िता को ही मामले में गुनहगार मानते हुए थाने से चलता कर दिए था।



आरोपी गणेश ने महिला को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। लेकिन युवती ने भी हार नहीं मानी और आखिरकार शिकायत लेकर डी आई जी के समक्ष पहुंच गई। तब कहीं जाकर युवती की सुनवाई हुई और इंसाफ मिलने कि उम्मीद जागी। फिलहाल पीड़िता के मामले में एक आरोपी को पुलिस ने पूछताछ के लिए उठाया है और मामले में गहन जानकारी जुटाई जा रही है।

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