सर्दियों में बढ़ रहे हार्ट अटैक के केस, जानिए कैसे कम हो सकता है खतरा

1/4/2024 4:10:11 PM

ग्वालियर(अंकुर जैन): मध्य प्रदेश के चंबल अंचल में इन दिनों कड़ाके की सर्दी पड़ रही है, जो हार्ट पेशेंट के लिए खतरे की घंटी है। नतीजन लगभग 30% हार्ट अटैक के केस बढ़ गए हैं और लगभग रोज 3 से 4 मरीजों की मौत हो रही है। डॉक्टरों ने हार्ट पेशेंट को सावधानी बरतने की सलाह दी है। ग्वालियर में पिछले 15 दिन से कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। पिछले तीन दिन से शीत लहर चल रही है और सूर्य देवता के दर्शन नहीं हो रहे हैं। शीत लहर ने लोगों का घर से निकलना मुश्किल कर दिया है। ऐसे में हार्ट अटैक और ब्रेन हेमरेज के मामले बढ़ने लगे हैं। ग्वालियर के अस्पताल परिसर में बने कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट में सर्दी बढ़ने के साथ ही हार्ट अटैक के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। डॉक्टरों की मानें तो रोज लगभग 30 से 35 मरीज आ रहे हैं जिनमें तीन से चार मरीजों की मौत हो रही है।

इसलिए बढ़ रहा हार्ट अटैक का खतरा

जयारोग्य अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर गौरव कवि भार्गव का कहना है अक्टूबर नवंबर की तुलना में दिसंबर और जनवरी में 25 से 30% हार्ट के मरीज बढ़ जाते हैं और हर बार ऐसा ही देखने को मिलता है। कई केस ब्रॉड डेड आते हैं जिन्हें बचा पाना मुश्किल होता है। सर्दियों में हार्ट अटैक की सबसे बड़ी वजह स्मोकिंग, डायबिटीज और हाइपरटेंशन बताए गए हैं। डॉक्टर का यह भी मानना है कि कोविड के बाद हार्ट अटैक के मरीजों की संख्या ज्यादा बढ़ी है।

ठंड में बढ़ी हार्ट मरीजों की संख्या

वहीं हार्ट स्पेशलिस्ट डॉक्टर राम रावत का कहना है कि जब भी ठंड बढ़ती है तो हार्ट अटैक और ब्लड प्रेशर के मामले बढ़ जाते है। ऐसे में मरीजों को हार्ट अटैक आने की संभावना ज्यादा रहती है। सरकारी अस्पताल में 30 से 35% मरीज बढ़े हैं तो निजी अस्पतालों में भी 40% हार्ट अटैक के मरीज बढ़ गए हैं। सरकारी और निजी अस्पतालों में सर्दी को देखते हुए पूरे इंतजाम कर लिए गए हैं।

ऐसे कम हो सकता है हार्ट अटैक का खतरा

डॉक्टरों की सलाह है कि ब्लड प्रेशर और हार्ट के मरीज अपना BP  चेक कराते रहना चाहिए। समय पर अपनी दवाई लेते रहें। जिन मरीजों को स्टंट लगा हुआ है वह खून को पतला करने की दवा लेते रहे। किसी भी तरह की स्मोकिंग ना करें। बाहर का खाना ना खाएं और कड़ाके की सर्दी में व्यायाम या बाहर घूमने ना जाए या तो घर पर करें या फिर धूप निकलने पर ही बाहर निकले।

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This news is Content Writer meena