MP फिर बने बाढ़ जैसे हालात, शुक्रवार 12 साल में सितंबर का सबसे ठंडा दिन

9/8/2018 10:46:24 AM

भोपाल: मध्य प्रदेश के एक बार फिर मौसम ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। कई जिलों में भारी बारिश से नदियां उफान पर हैं। वहीं, निचले इलाकों में पानी भरने से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। वहीं, शुक्रवार को राजधानी में 12 साल में सितंबर का सबसे ठंडा दिन रहा।

शिवपुरी जिले में जोरदार बारिश के कारण घरों पानी घुस गया है। कोलारस में गुंजारी नदी में एक स्कार्पियो गाड़ी पानी में बह गई। वहीं, गुंजारी नदी भी उफान पर है। द्वारकापुरी में भी तालाब जैसे हालात बन गए हैं। यहां घरों में पानी भर गया है औऱ मीट मार्केट की दुकानें पानी में डूब गई हैं।

भारी बारिश से सीधी-सिंगरौली सम्पर्क मार्ग टूट गया है। जिला मुख्यालय के करीब 80 किलोमीटर दूर जिले के भुईमाड मे गोपद नदी उफान पर है।



वहीं, अशोकनगर जिले में भी भारी बारिश का दौर जारी है। जिले में शुक्रवार रात से ही तेज बारिश हो रही है। वहीं, राजघाट डेम के 12 गेट खोले गए हैं।

गुना में भी तेज बारिश से आम जनजीवन खासा प्रभावित हुआ है। यहां 12 घंटों से लगातार बारिश हो रही है। भौंरा नदी में उफान के बाद कई गांव जलमग्न हो गए हैं।

टीकमगढ़ के ओरछा में बेतवा और जमनी नदी उफान पर हैं। दोनों पुलों के 10 फिट ऊपर से पानी बह रहा है।

श्योपुर में तेज बारिश के चलते सीप नदी उफान पर है। गुप्तेस्वर मंदिर चारों ओर पानी से घिर गया है।



वहीं, राजधानी भोपाल में चार दिन से लगातार बादलों की मौजूदगी के बाद रिमझिम फुहारें पड़ने से मौसम ठंडा हो गया है।

टूटा 12 साल का रिकॉर्ड
शुक्रवार को शहर का अधिकतम तापमान 12 साल का रिकॉर्ड तोड़कर 24 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ गिरा। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 23.9 डिग्री सेल्सियस था, जो सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस कम था। इससे पहले 2006 में सितंबर के महीने में अधिकतम तापमान 22.4 डिग्री सेल्सियस के न्यूनतम स्तर तक पहुंचा था।

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