मध्यप्रदेश में बारिश ने मचाई तबाही, उफान पर नदी-नाले, पानी में बहे डिप्टी रेंजर
7/31/2019 12:38:45 PM
भोपाल: प्रदेश लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। बारिश से हालात बद से बदतर हो गए हैं। कई जगहों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई हैं। नर्मदा-बेतवा, ताप्ती सभी नदियां उफान पर हैं। सड़कों पर पानी भर गया है। गांवों का शहरों से संपर्क कट गया है। फसलें बर्बाद हो गई हैं। आलम यह है कि लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। जगह-जगह राहत का काम जारी है। हालात को देखते SDRF की टीमों को तैनात कर दिया गया है।
पानी में डूबी राजधानी
राजधानी का मशहूर बड़ा तालाब सोमवार को आधे से ज्यादा भर गया। कई निचले बस्तियां पानी में डूब गई। कई जगह पेड़ गिर पड़े और कहीं दीवारें भरभरा गई। नए और पुराने भोपाल और बीएचईएल में ऐसे ही हालात रहे। मंत्री पीसी शर्मा ने आधी रात में ही नेहरू नगर पहुंचकर लोगों से मुलाकात की और उनके लिए राहत और पुनर्वास का इंतज़ाम करवाया।
भोपाल में SDERF के ADG डीसी सागर खुद भोपाल के जलभराव वाले इलाकों का दौरा करने निकले। उन्होंने इन इलाकों का निरीक्षण किया और अपनी टीम को ज़रूरी निर्देश दिए। वहीं स्थानीय पुलिस को भी अलर्ट रहने के आदेश दिए हैं।
आगर मालवा
लगातार हो रही बारिश का असर आगर मालवा में भी देखने को मिला। बारिश के कारण नलखेड़ा मां बगलामुखी मंदिर जाने वाला मार्ग बंद हो गया है। यहां रास्ते में नाले से 2 फिट ऊपर पानी बह रहा है। कई दर्शनार्थी मंदिर में फंस गए हैं।
शाजापुर- बाढ़ पीड़ितों की मदद
शाजापुर में बाढ़ प्रभावित गांव खोखरकला कलेक्टर और प्रशासन की टीम पहुंची। कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी भी हालात का जायज़ा लेने आए। यहां बाढ़ प्रभावित लोगों को अनाज बांटा गया। घरों में पानी भरने के कारण सामान और अनाज खराब हो गया है। विधायक कुणाल चौधरी ने कहा कि संकट की इस घड़ी में प्रदेश सरकार आम लोगों के साथ खड़ी है। सभी पीड़ितों को हर संभव मदद दी जाएगी।सर्वे के बाद मुआवजा दिया जाएगा।
सतपुड़ा डैम के गेट खुले
बैतूल में भारी बारिश के बाद सारणी स्थित सतपुड़ा डैम के पांच गेट खोल दिए गए। यहां 24 घंटे के दौरान सारणी क्षेत्र में 70 मिमी बारिश दर्ज की गई। डैम के गेट खुलने से निचले इलाकों के रपटे और पुल सब जलमग्न हो गए। सतपुड़ा डैम का पानी तवा डैम में जाता है।
राजगढ़ में पानी में बहा युवक
राजगढ़ भी बाढ़ की चपेट में है। भारी बारिश के कारण यहां मोहनपुरा डैम के 8 गेट खोले गए हैं। पूरे ज़िले में रविवार से बाढ़ के हालात हैं। इसी बीच बोड़ा इलाके में नाले में डूबने से देवेन्द्र राजपूत नाम के एक युवक की मौत हो गई। वह पचोर से तलेन जा रहा था। रास्ते में नाले पर बना पुल पार करने की कोशिश में वो पानी के बहाव में बह गया। उसकी लाश पानी में तैरती मिली।
हरदा-डिप्टी रेंजर की नाले में मिली लाश
जिले में भी बारिश ने तबाही मचा रखी है। नदी नाले उफान पर हैं। वहीं हरदा-बोरपानी रेंज के डिप्टी रेंजर रामफल मर्सकोले की पहाड़ी नाला पार करते समय पानी में बहने से मौत हो गई। जिसकी लाश पुलिस ने बरामद की।
तवा डैम लबालब
इटारसी में तवा डैम का जल स्तर 1132.50 फ़ीट तक पहुंच गया है जो खतरे के निशान के आस पास है। कैचमेंट एरिया और पचमढ़ी में लगातार बारिश के कारण डैम का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। तवा बांध की अंतिम जलभराव क्षमता 1166 फीट है।
सीहोर में पानी ही पानी
दो घंटे की मूसलाधार बारिश ने सीहोर जिले को मानों डूबो दिया हो। हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। कोतवाली चौराहा पर 4 फ़ीट पानी भर गया। अमर टॉकीज के पास 5 फ़ीट पानी भर गया। पूरे शहर की निचली बस्तियों में पानी भर गया।
रायसेन-चौकीदार की मौत
रायसेन के बरेली में हुई मूसलाधार बारिश के कारण नाले की ज़मीन धंस गई। जिसकी चपेट में आने से गुरुकुल स्कूल के चौकीदार की मौत हो गई।