अम्बिकापुर में हाथियों के झुंड ने घरों और खेतों को किया तबाह, वनकर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से ग्रामीणों की बढ़ी मुश्किलें

4/3/2022 1:43:54 PM

जय प्रकाश एक्का (अम्बिकापुर): सरगुजा में इन दिनों एक दर्जन से अधिक हाथियों की दहशत के साये में ग्रामीण जीने को मजबूर है। यहां प्रदेश भर में वनकर्मी हड़ताल पर चले जाने से ग्रामीणों को किसी भी प्रकार की सूचना नहीं मिलने से बीते दिनों 15 से 20 घरों को हाथियों ने धवस्त कर दिया है और घर में रखे अनाज को भी हाथ साफ कर दिया है। जिससे ग्रामीणों के सामने खाने पीने की परेशानी खड़ी हो गई है। सरगुजा जिले के लखनपुर विकास खंड के लोटाढोढी में 15 से 20 घरों को हाथियों ने तोड़ दिया है। यहां इन ग्रामीण हाथियों से बचने के लिए शाम होते ही अपने घरों को छोड़कर पहाड़ों की ओर चले जाते हैं और सुबह होते ही अपने घर चले आते हैं। इस तरह ग्रामीण अपने वजूद को बचने के लिए जद्दोजहत कर रहा है। जबकि वन विभाग से ग्रामीणों को किसी भी प्रकार की मदद नहीं मिल पा रही है। 

हाथियों का आतंक और छुट्टी पर वनकर्मी 

इधर सरगुजा वनमंडलाधिकारी पंकज कमल ने कहा कि हमारे अधिकारियों के द्वारा जिन इलाकों में हाथियों का विचरण क्षेत्र है। वहां ग्रामीणों को समझाइस दी जा रही है। लेकिन वनकर्मियों के हड़ताल में चले जाने से इसका असर देखने को मिला है। फिर भी बिना वर्दी वाले वनकर्मियों द्वारा ग्रामीणों को हाथियों से बचने के लिए कहा जा रहा है। जिससे कि हाथियों से होने वाली जनहानि से बचा जा सके। बहरहाल भले ही अधिकारी एयर कंडीशनर ऑफिस में बैठकर अपनी पूरी जवाबदारी से पल्ला झाड़ भले हो, लेकिन गांव में रहने वाले ग्रामीणों की सुनने वाला कोई अब नहीं है। यही वजह है कि आज भी ग्रामीणों को जो मिलता है वह खा लेता है। वहीं ग्रामीण मदद के लिए सरकार से उम्मीद खो चुके हैं। 

Devendra Singh

This news is News Editor Devendra Singh