हनी ट्रैप: केंद्रीय मंत्री का बेटा भी हुआ था शिकार, केस की जड़े दिल्ली-गाजियाबाद तक फैली

9/27/2019 4:15:25 PM

भोपाल: इस केस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है रोज नये खुलासे हो रहे हैं। हनी ट्रैप केस में अब तक का सबसे बड़ा खुलासा हुआ है। केंद्रीय मंत्री का बेटा भी इस गिरोह का शिकार बन चुका है। जांच में पता चला कि महिलाओं से मिले वीडियो क्लिप में केंद्रीय मंत्री के बेटे के भी अश्लील फोटो है। इस केस में दूसरा खुलासे में इस केस के तार दिल्ली गाजियाबाद से जुड़े होने की बात सामने आई है। इस रैकेट में अब तक कई नेताओं और आईएएस और आईपीएस अफसरों के नाम पहले से ही लिए जा रहे हैं। ताजा हुए खुलासे से राजनेताओं और प्रशासनिक विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। इस केस की मॉनिटरिंग खुद सीएम कमलनाथ कर रहे हैं।


 

केंद्रीय मंत्री का बेटा भी हुआ शिकार
हनी ट्रैप केस में अब तक का सबसे बड़ा खुलासा हुआ है। सूत्रों से पता चला है कि इसके जाल में एक केंद्रीय मंत्री के बेटे को भी हनी ट्रैप कर ब्लैकमेल किया गया था। भोपाल की रहने वाली महिला आरोपी ने उसे ब्लैकमेल किया था। बताया जा रहा है कि बदनामी के डर से केंद्रीय मंत्री ने मोटी रकम देकर आरोपी महिला से अपने बेटे का पीछा छुड़ाया था। ये भी पता चला है कि महिलाओं से जो इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिली है, उसमें इस केंद्रीय मंत्री के बेटे का वीडियो भी है। 



बड़े बड़े बिजनेस मैन थे निशाने पर 
हनी ट्रैप में भोपाल के कई बड़े कारोबारियों के नाम भी आ रहे हैं बताया जा रहा है कि शहर के पॉश मार्केट के कई व्यापारी भी हनी ट्रैप के शिकार हुए हैं। हनी ट्रैप में पकड़ी गई आरोपी महिला ने इन सबको अपना शिकार बना रखा था। इसमें न्यू मार्केट के करीब 10 बड़े कारोबारी हनी ट्रैप के शिकार हुए थे। एसआईटी को कॉल डिटेल में कई व्यापारियों के नंबर मिले हैं।



ट्रेन में बने वीडियो मिले
गैंग की आरोपी महिलाओं ने ट्रेन में सफर के दौरान भी कई रसूखदारों के वीडियो बनाए थे। इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में जो वीडियो क्लिप्स मिले हैं। वे सारे वो होटल, घर, फार्म हाउस, क्लब, रेस्ट हाउस में बनाए गए हैं। ये भी पता चला है कि दिल्ली, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, यूपी, हरियाणा, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मुंबई के होटलों में आरोपी युवतियों ने चोरी-चोरी वीडियो बनाए थे जो अब बरामद किए गए हैं। एसआईटी सभी वीडियो की फॉरेंसिक रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है।



गाजियाबाद में MP पुलिस की साइबर सेल ने ले रखा था फ्लैट
मध्यप्रदेश पुलिस की सायबर सेल ने गाजियाबाद के पॉश इलाके में बिना शासन की मंजूरी के फ्लैट ले रखा था। डीजीपी वीके सिंह ने इस मामले की जानकारी होने के बाद कई वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को फटकारा और पूछा कि इतनी दूर सायबर सेल के लिए फ्लैट लेने का क्या कारण था। इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने आनन-फानन में सायबर सेल से फ्लैट खाली करवा लिया है।सूत्रों के अनुसार, दिल्ली में मध्यप्रदेश पुलिस की सायबर सेल ने सरकारी कामकाज के नाम पर गाजियाबाद के एक पॉश इलाके में किराए पर फ्लैट लिया हुआ है। फ्लैट के दिल्ली से इतना दूर लेने और शासन स्तर से कोई मंजूरी नहीं होना कई सवाल खड़े कर रहा है।



आरती ने कबूला गुनाह
हनी ट्रैप में चुप्पी साधने वाली आरती दयाल ने पहली बार इस मामले में कुछ बोला है। उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। फिलहाल उससे गैंग को चलाने की प्रक्रिया के बारे में पूछताछ की जा रही है। आरती ने यह भी दावा किया कि वह अपराध को अंजाम देने के लिए गिरोह के सदस्यों से प्रभावित थी।' 

 

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This news is Edited By meena