अनुच्छेद 370 खत्म होने से भोपाल के इस परिवार के दिल में जागी इंसाफ की उम्मीद

8/6/2019 1:35:15 PM

भोपाल: जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के हटने से भारत में खुशी का माहौल है। मोदी सरकार के इस फैसले से भोपाल के रहने वाले परिवार को एक आशा की किरण नजर आई है। परिवार के मुखिया प्रफुल्ल मंडलोई, जो एक निजी बैंक में कार्यरत हैं। उनकी पत्नी जम्मू-कश्मीर की रहने वाली हैं। प्रफुल्ल मंडलोई के दो बच्चे भी हैं। सूत्रों की माने तो भोपाल के प्रफुल्ल से शादी करने के बाद उनकी पत्नी मीनाक्षी कश्मीर की सारी सुविधाओं से वंचित हो गई थीं। लेकिन अब केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद से प्रफुल्ल मंडलोई और उनकी पत्नी मीनाक्षी बेहद खुश हैं।



दोस्ती से प्यार और प्यार के बाद शादी
दोनों की दोस्ती वर्ष 2001 में इंटरनेट पर चैटिंग के जरिए हुई थी। फिर उनकी ये दोस्ती प्यार में बदल गई। दोनों ने पुणे के इंदिरा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट से एमबीए किया है। पढ़ाई करते करते कब वे दोनों एक दूसरे के करीब आ गए उन्हें पता ही नहीं चला और दोनों ने शादी का फैसला ले लिया।



मीनाक्षी और प्रफुल्ल मंडलोई अच्छी तरह से जानते थे कि शादी के बाद मीनाक्षी से जम्मू-कश्मीर की नागरिकता छीन जाएगी। फिर भी दोनों ने वर्ष 2004 में सगाई की, इसके बाद साल 2007 में दोनों की धूमधाम से शादी हुई। दोनों पिछले 12 साल से खुशहाल जीवन बीता कर रहे हैं। हालांकि इस दौरान शादी के बाद ससुराल आना जाना लगा रहा, लेकिन मीनाक्षी और उनके पति वहां न तो कुछ खरीद सकते थे और ना ही वहां कुछ व्यवसाय कर सकते थे।



लाहौर से आकर जम्मू में बस गए थे प्रफुल्ल के ससुर
वहीं प्रफुल्ल मंडलोई ने बताया कि उनके ससुर बंटवारे के वक्त लाहौर से आकर जम्मू में बस गए थे। वे संघ से जुड़े हुए हैं। वहीं उनकी पत्नी मीनाक्षी मंडलोई के भाई और दूसरे रिश्तेदार लद्दाख में रहते हैं। प्रफुल्ल का कहना है कि साल में एक बार वो और उनकी पत्नी जम्मू-कश्मीर जरूर जाते हैं, लेकिन उन्हें खुशी इस बात की है कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद कानूनी तौर पर अब वे वहां के दामाद कहलाएंगे।
 

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This news is Edited By meena