तकनीक के जरिये कैसे रुकेगा कोरोना ,ट्रिपल आईटी में विद्वानों का मंथन
Friday, Feb 12, 2021-06:16 PM (IST)
जबलपुर(विवेक तिवारी): तकनीक के जरिए किस तरह से कोरोना पर रोकथाम लगाई जा सकती है और उसका उपचार किया जा सकता है इस को लेकर ट्रिपल आईटी डीएम जबलपुर में मंथन किया गया जिसमें कि विद्वानों ने अपनी-अपनी राय रखी कोरोना काल में किस तरह से चुनौतियां आई और उसका किस तरह से सामना किया गया इसमें सभी ने अपने विचार भी साझा किए गए।
पीडीपीएम ट्रिपलआईटी जबलपुर में चार दिवसीय कांफ्रेंस मशीन संवर्धित और कंप्यूटर इंटेलिजेंस २०२१ का शुभारंभ गुरूवार को हुआ, जिसका उद्घाटन संस्थान के निदेशक की ऑनलाइन उपस्थिति में कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर अपराजिता ओझा ने किया। उसके बाद प्रोफेसर अपराजिता ओझा ने व्याख्यान भी दिए। इस कांफ्रेंस के तकनीकी सत्र पूर्णतः आभासी तरीके से आयोजित किये गए हैं। इसका उद्घाटन इंस्टिट्यूट परिसर में आयोजित किया गया, जो की आभासी तरीके से भी प्रतिभगियों तक पहुंचाया गया।
इस कांफ्रेंस का प्रमुख उद्देश्य तकनीक का उपयोग करते हुए कोरोना वायरस पर रोक लगाना और उसका उपचार करना है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि आई जी इंदौर हरिनारायणचारी मिश्रा ने अपने व्याख्यान में मानवरहित मशीन का उपयोग कोरोना के रोकथाम में कैसे उपयोग में लाया गया उसकी पूरी जानकारी दी और इस पर भी चर्चा की कि कैसे तकनीकी का उपयोग कोरोना के रोकथाम में करे।
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक जॉयदीप मजूमदार जी ने अपने व्याख्यान में बताया की इस संस्थान और बेल के सहयोग को बहुत लाभप्रद बताया और उन्होंने उद्योग और शैक्षिक संगठन के कलोबोरेशन पर ध्यान केंद्रित करने पर जोर दिया। और भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के मुख्य नवाचार अधिकारी, श्री अभय जेरे ने नए इनोवेशन, कार्यशाला, कांफ्रेंस, और स्टार्टअप करवाने की बात की और इस कांफ्रेंस के उद्देश्य की सराहना की और अंत में चीन को तकनीकी के हर क्षेत्र में पीछे छोड़ने की बात कही। इस अवसर पर प्रोफेसर पुनीत टंडन , डा प्रीती खन्ना, डा अतुल गुप्ता, डा सरबन मोहंती इत्यादि उपस्थित थे। कांफ्रेंस के संयोजक डॉक्टर मनीष कुमार बाजपाई, डॉक्टर कुसुम कुमारी भारती एवं डॉक्टर कौशलेन्द्र कुमार सिंह हैं।