लात मारने की घटना पर नपे तहसीलदार, मानव अधिकार आयोग ने भेजा नोटिस

5/3/2021 8:02:22 PM

इंदौर(सचिन बहरानी): इंदौर के देपालपुर में जनता कर्फ्यू तोड़ने वाले लोगों को लात मारने वाले तहसीलदार की क्रूरता को मानव अधिकार आयोग ने गंभीरता से लिया है। आयोग ने इस मामले में संभागायुक्त, कलेक्टर व देपालपुर तहसीलदार बजरंग बहादुर सिंह से 10 मई तक प्रतिवेदन मांगा है। मामले में आयोग ने घटना का वीडियो और अन्य प्रमाण हासिल किए हैं जिनके आधार पर यह कार्रवाई की है।

दरअसल, देपालपुर में कोरोना कर्फ्यू के दौरान कुछ लोग बिना वजह सड़कों पर घूम रहे थे तो तहसीलदार बजरंग बहादुर सिंह ने कुछ युवकों को मेंढक चाल चलने के लिए कहा और उनका ढोल के साथ जुलूस भी निकाला था। वहीं इस दौरान उन्होंने कुछ नागरिकों को लात मार दी। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। मानव आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सबंधित जबावदारों से प्रतिवेदन मांगा है। इसके अलावा बीते दिनों पलासिया सि्थत ग्रेटर कैलाश अस्पताल में हुए हंगामे को लेकर आयोग को शिकायत की गई थी।

इस मामले में भी आयोग ने प्रतिवेदन मांगा है। इस मामले को वरिष्ठ अधिकारियों ने भी गंभीरता से लिया है व मामले की जांच की जा रही है। इस घटना को लेकर आयोग को वीडियो व अन्य प्रमाणो के साथ शिकायत की गई थी।



इस मामले में जिलाधिकारी मनीष सिंह ने कहा कि तहसीलदार इस प्रकार का जो कृत्य किया, वह बिल्कुल गलत था और मैंने इसके लिए उन्हें डांटा भी है। जिलाधिकारी ने यह भी कहा, जब भी महामारी रोग अधिनियम लागू होता है, तब कोई भी व्यक्ति नहीं कह सकता कि उसकी जान की जिम्मेदारी केवल उसी की है। उसकी जान की जिम्मेदारी प्रशासन की रहती है। अगर वह व्यक्ति कोई लापरवाही करता है, तो दंड का भागी जरूर होता है। 

 

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