कोबरा प्रजाति के सैकड़ों बच्चे, चमत्कार मान लोगो ने की पूजा

7/8/2020 2:51:45 PM

बैतूल (नंदकिशोर): कहते है जब आस्था इंसान के मस्तिष्क पर सवार होती है तो उसे बड़ी से बड़ी मुसीबत छोटी लगती है, चाहे फिर वो वैश्विक महामारी कोरोना ही क्यों ना हो। ऐसा ही कुछ नजारा बैतूल जिले के भुरू ढाना गाव में देखने को मिला जहां चिन्धु यादव नाम के ग्रामीण के घर के सामने अचानक कोबरा प्रजाति के नाग के बच्चे एक साथ निकले। जिसके बाद ग्रामीणों ने सभी नाग के बच्चों को एक बर्तन में डालकर सार्वजनिक चौपाल पर रख कर पूरे भक्ति भाव से उनकी पूजा अर्चना की। ग्रामीणों की इस आस्था को देखकर कोई ये नही कह सकता कि कोरोना का ख़ौफ़ इन ग्रामीणों को होगा। ग्रामीणों ने पूजन करने के बाद सभी नाग के बच्चों को ताप्ती नदी में ले जाकर छोड़ दिया।


ग्रामीणों का मानना है कि सावन के महीने में सांपों का दिखना शुभ होता है। सांप भगवान भोलेनाथ का आभूषण माना जाता है और सावन के महीने में भगवान शिव को पूजा जाता है। वहीं सर्प विशेषज्ञ आदिल खान का कहना है कि बारिश के मौसम में सांपों के बिलों में पानी भर जाता है और सांप सुरक्षित स्थानों की तलाश में लोगों के घरों में घुसने लगते हैं। जिससे सर्पदंश का खतरा भी बना रहता है। सर्प विशेषज्ञ के मुताबिक कोबरा के बच्चे भी खतरनाक होते हैं। ऐसे में इन्हें स्पर्श करना भी खतरें से खाली नहीं है।

Vikas kumar

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