कोरोना वैक्सीन का सेकंड डोज नहीं लगवाया तो बंद हो सकता है आपके घर दूध आना, जानिए पूरा मामला
11/11/2021 4:18:08 PM
इंदौर(सचिन बहरानी): मध्यप्रदेश के इंदौर को फिर से कोरोना वैक्सीनेशन के लिए नंबर one बनाने की कवायद के लिये और कोरोना के बचाओ के लिए लगने वाली वैक्सीन के दूसरे डोज के लिये लोगों को प्रेरित करने के लिए कलेक्टर मनीष सिंह ने एक बैठक ली। इसमें सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि बचे हुए लोगों को जल्द से जल्द दूसरा डोज लगावाया जाए।
जी हां हम बात कर रहे मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर की। दरअसल, कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन का पहला डोज तो शहर में शतप्रतिशत लग चुका है लेकिन दूसरा डोज अभी भी लाखों लोगों ने नहीं लगवाया है। ऐसे में दोनों डोज के बीच की टाइम गेप बढ़ती जा रही है। इसको लेकर कलेक्टर मनीष सिंह ने जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ एक बैठक ली।
30 नवम्बर से पहले जल्द जल्द बचे हुए लोगों को दूसरा डोज लगाने के लिए प्रेरित करने की बात कही थी। बैठक में हॉस्पिटल संचालकों, बैंक के प्रतिनिधियों, सहकारी रहवासी समितियों एवं उचित मूल्य की दुकानों के संचालकों के साथ दुग्ध संघ भी मौजूद था। वही बैठक के दौरान कलेक्टर मनीष सिंह ने सभी उचित मूल्य दुकानों के संचालकों को निर्देश दिए कि दुकानों पर राशन लेने आने वाले व्यक्तियों का वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र प्राप्त करने के पश्चात ही उन्हें राशन दिया जाए।
वही दूध विक्रेता संघ के अध्यक्ष भरत मथुरावाले ने गुरुवार सुबह कहा कि दूध विक्रेता घर-घर जाते हैं। जन जागृति के लिए इनकी अहम भूमिका है। दूध विक्रेता फ्रंटलाइन वर्कर है। इनका आम नागरिकों से सीधा संपर्क रहता है, इसलिए जरूरी है कि जहां एक और नागरिक अपना टीकाकरण करवाएं, वहीं दूध संघ ने एक स्टिगर छपवाये है उसका स्लोगन है(पति और संतान को बचाए वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाए) अगर 30 तारीख तक किसी द्वारा दूसरा डोज नहीं लगाया जाएगा तो प्रशासन द्वारा टिका लगवाने के लिये कहेंगे फिर भी नहीं लगवाई जाती है तो अंत समय फिर दूध देना बंद किया जाएगा।