अवैध शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़, 3 गिरफ्तार,आखिर बेगुनाहों की मौत के बाद ही क्यों जागता है प्रशासन

8/3/2021 1:21:19 PM

रतलाम(समीर खान): जहरीली शराब से मौत के बाद एक बार फिर प्रदेश में नकली शराब पकड़ने की मुहिम शुरू हो गई है। पूरे प्रदेश में नकली और जहरीली शराब बनाने वालों पर कार्रवाई की जा रही है, लेकिन यह कार्रवाई किसी बेगुनाह की मौत के बाद ही क्यों शुरू होती है। यह सवाल हर किसी के मन में है। ऐसा ही एक मामला रतलाम में सामने आया है। जहां जावरा में पुलिस ने नकली शराब बनाने की फैक्ट्री पकड़ी है। यह कार्रवाई मंदसौर और इंदौर में जहरीली शराब से हुई मौत के बाद शुरू हुई है। इसके पहले पुलिस और आबकारी विभाग ने इस नकली फैक्ट्री को क्यों नहीं पकड़ा। अवैध शराब पर चलाई जा रही मुहिम के दौरान जिले की जावरा औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस ने अवैध शराब की एक ऐसी फैक्ट्री पकड़ी है जिसे एक अंतर्राज्यीय गिरोह संचालित कर रहा था। पुलिस को अभी गिरोह के तीन सदस्य ही हाथ लगे है, जबकि 6 की तलाश जारी है।



गौरतलब है कि मंदसौर जहरीली शराब कांड के बाद मुख्यमंत्री द्वारा दिये गए। अवैध शराब माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश के बाद जावरा औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस की यह एक बडी कार्रवाई है। फरार आरोपियों में राष्ट्रीय राजपूत करनी सेना का प्रदेश अध्यक्ष जीवनसिंह शेरपुर भी शामिल है।



पूरे मामले की जानकारी देते हुए एसपी गौरव तिवारी ने बताया कि विगत 20 जून की रात्रि को माननखेडा पुलिस चौकी क्षेत्र में एक पिकअप वाहन दुर्घटना ग्रस्त हुआ था जिसमें पुलिस को 209 पेटी अवैध देशी शराब मिली थी पुलिस ने इस मामले में प्रकरण दर्ज किया था। पुलिस ने इस मामले में वाहन मालिक आरोपी ईश्वर सिंह पिता नाहर सिंह और उसके पुत्र को गिरफ्तार किया था। इन दोनों से की गई पूछताछ के बाद पुलिस ने मंदसौर के ग्राम कमालिया नरेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया। आरोपी नरेन्द्रसिंह ने पूछताछ में बताया कि वह यह शराब रतलाम जिले के ग्राम उमठ पालिया निवासी मोइन खान से मंगवाता था। नरेंद्र ने बताया कि उसके घर के पीछे बने तहखाने में भी शराब रखी हुई है।



पुलिस ने वहां से 58 पेटी अवैध शराब जब्त की। पुलिस ने आरोपी मोइन खान की गिरफ्तारी पर दस हजार का इनाम घोषित किया और तलाश शुरू कर दी थी। इसी बीच सूचना मिली कि जावरा के समीप ग्राम सोहनगढ में सुरेश पाटीदार के खेत पर बने एक कमरे में अवैध रूप से शराब बनाने की फैक्ट्री संचालित की जा रही है। इस सूचना पर जावरा औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस ने दबिश दी। दबिश के दौरान यहां से पुलिस को मोइन खान, सुरेश पाटीदार और प्रभुलाल पाटीदार को हिरासत में लिया है। यहां से पुलिस को 60 लीटर देशी शराब, यूरिया खाद, नोशादर, स्प्रिट ड्रम, टंकीया, शराब के खाली क्वार्टर, ढक्कन, लेबल ओर दो वाहन मिले जिन्हें जब्त किया। घटना स्थल से एक आरोपी अनोखीलाल पाटीदार भागने में सफल रहा। पुलिस ने इन सभी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की, जांच में पता चला कि आरोपी मोइन खान से चार पांच माह पहले जीवनसिंह शेरपुर और रणजीतसिंह की एक ढाबे पर मुलाकात हुई।



वही यह तय हुआ को लॉकडाउन में शराब की फैक्ट्री लगाने से फायदा होगा। जीवनसिंह ने इस सबंध में मोइन के देवास रहने वाले तीन मामा शादाब, सादिक ओर जावेद से बात की। देवास निवासी इन तीनों का अवैध शराब का बड़ा कारोबार है और इनके द्वारा मध्य प्रदेश सहित गुजरात, राजस्थान में अवैध शराब सप्लाई की जाती है। इसके बाद इन तीनों के सहयोग से ग्राम सोहनगढ में सुरेश पाटीदार के खेत पर बना कमरा एक लाख रुपये प्रतिमाह के किराए पर लिया गया। अवैध शराब बनाने की सामग्री देवास निवासी आरोपियों ने उपलब्ध कराई थी। पुलिस ने इन सभी के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज कर इनकी तलाश शुरू कर दी है। इनकी गिरफ्तारी पर दस-दस हजार का इनाम भी घोषित किया है। फरार 6 आरोपियों में से एक जीवनसिंह शेरपुर राष्ट्रीय राजपूत करनी सेना का प्रदेश अध्यक्ष भी है।

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This news is Content Writer meena