ठंड ने तोड़ा 80 साल का रिकॉर्ड! फसलों पर जमी ओंस की बूंदों ने बढ़ाई किसानों की चिंता

12/22/2021 12:20:23 PM

रायसेन(नसीम अली): उत्तर भारत में हो रही बर्फबारी का असर मध्य प्रदेश के कई जिलों में देखने को मिल रहा है। रायसेन की बात करें तो यहां लगातार गिर रहे पारे में पिछले 80 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। रायसेन में सर्द हवाओं से माहौल ठिठुरन भरा हो गया है। आम जन के साथ साथ इसका असर फसलों पर भी देखने को मिल रहा है। आलम यह कि कई इलाकों में फसलों पर ओस की बूंदें जम गई हैं। बीती रात रायसेन का न्यूनतम तापमान 2.5 डिग्री दर्ज किया गया।

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उतर भारत से आने वाली सर्द हवाओं के कारण दिन और रात के तामपान में अंतर हैं। आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है वही खेतों में पड़ने वाले कोहरे से फसलों को नुकसान होने की आशंका बढ़ गई है। चने और मसूर की फसलें कई जगह पाले के कारण सूखने लगी हैं। जिससे किसानो को भारी नुकसान हो सकता है।
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हालांकि कृषि विभाग ने पाले की स्थिति में किसानों को खेतों में पानी देने और शाम के समय खेत के आसपास धुंआ करने की सलाह दी है। वहीं किसान सरकार से फसल के मुआवजे की मांग कर रहे हैं किसानों ने तहसील कार्यालय पहुंचकर एसडीएम को ज्ञापन दिया है और सर्वे कराकर उचित मुआवजे की मांग की है।
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खेतों में पड़ने वाली ओंस की बूंदे देखने में भले ही बेहद खुबसूरत लगती है लेकिन यह किसानों की फसलों के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकती है। कोहरे की वजह मसूर और तुअर की खेती पर खासा असर पड़ा है। कोहरे की वजह से सारी की सारी फसलें बर्बाद हो रही है। सब्जियों पर ओस की बूंदे जम जाने के कारण वे असर से सूखने लगी हैं जिसका सीधा असर किसान भाईयों पर पड़ेगा। वहीं बाजार में सब्जियों के भाव और बढ़ सकते हैं।


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meena

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