5 साल पहले हुए विधानसभा चुनाव में इस जिले का रहा अनोखा रिकॉर्ड

11/17/2018 2:22:33 PM

उज्जैन: उज्जैन जिला पांच साल पहले हुए चौदहवीं विधानसभा चुनाव में एक अनोखे रिकॉर्ड का गवाह बना है। जहां चुनावी अखाड़े में उतरे उम्मीदवारों में से जीतने और हारने वाले प्रत्याशियों के अलावा अन्य सभी प्रत्याशी अपनी जमानत तक नहीं बचा पाए। वर्ष 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में महिदपुर सीट से  BJP उम्मीदवार बहादुर सिंह चौहान ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी निर्दलीय दिनेश जैन को हराया था। भाजपा उम्मीदवार को 71096 मत मिले, जबकि निर्दलीय प्रत्याशी को 50,462 वोट मिले थे।

दोनों प्रत्याशियों में जीत हार का अंतर 20,634 मतों का रहा। इस सीट पर चुनावी अखाड़े में उतरे कांग्रेस उम्मीदवार को तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा। कांग्रेस प्रत्याशी और अन्य सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गयी थी। महिदपुर की जनता ने चौथे नंबर पर नोटा को अपना समर्थन दिया जिसे 2150 मत मिले। घट्टिया विधानसभा क्षेत्र में जीतने और हारने वाले उम्मीदवार के अलावा चुनावी समर में उतरे सभी प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गयी। भाजपा के सतीश मालवीय ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के रामलाल मालवीय को 17369 मतों से हराया था। भाजपा उम्मीदवार को 74092 मत जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी और कांग्रेस प्रत्याशी को 56723 मत मिले।
 

इस सीट पर दस प्रत्याशियों ने नामांकन भरा था, जिनमें से दो के खारिज कर दिये गये। चुनावी समर में उतरे शेष उम्मीदवारों की जमानत घट्टिया की जनता ने जब्त करा दी। प्रदेश के नागदा विधानसभा क्षेत्र में भी यही स्थिति रही। इसी सीट के लिए कुल 19 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया जिनमें से छह के नामांकन खारिज कर दिये गये। चुनावी मैदान में मौजूद 13 पुरुष प्रत्याशियों में से 11 की जमानत जब्त हो गई। इस सीट से भाजपा उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी। नागदा की जनता ने भाजपा के दिलीप सिंह शेखावत को 78036 मत दिये जबकि कांग्रेस के दिलीप गुर्जर को 61921 मतों से संतोष करना पड़ा। इस सीट पर जीत-हार का अंतर 16115 मतों का रहा। इस सीट पर नोटा को 1463 मत मिले। 

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