इंदौर पुलिस की बर्बरता, व्यापारी के साथ की जमकर मारपीट, पैसे भी हड़पे!

8/1/2020 1:02:54 PM

इंदौर (सचिन बहरानी): इंदौर में पुलिस की बर्बरता कम होने का नाम नहीं ले रही है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। इंदौर के जूनी इंदौर थाना क्षेत्र में एक व्यापारी के साथ एक पुलिसकर्मी ने जमकर पिटाई की, और जब यह पूरा मामला अधिकारियों का तक पहुंचा तो आला अधिकारियों ने पूरे मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया है।



मामला जूनी इंदौर थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। इंदौर थाना क्षेत्र में पुलिस कर्मियों ने एक व्यापारी को दुकान खोलने के मामले में थाने पर बिठाया था। वहीं थाना प्रभारी ने इस पूरे ही मामले में व्यापारी रमेश को पूछताछ कर देर रात छोड़ने का आश्वासन भी दिया था। इसी दौरान सब इंस्पेक्टर शेलेंद्र अग्रवाल भी थाने पर आ गया और उसने व्यापारी के साथ जमकर मारपीट की। वहीं छोड़ने के एवज में 25000 की डिमांड भी कर दी। लेकिन व्यापारी ने आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए राशि में कमी करने की गुहार सब इंस्पेक्टर शेलेंद्र अग्रवाल से लगाई। इसको लेकर शैलेश अग्रवाल ने व्यापारी से 10 हजार देने की बात कही। जिस पर शैलेश अग्रवाल ने 10 हजार लेकर मामले को रफा-दफा कर दिया।


वहीं मारपीट से घायल हुए व्यापारी ने पूरे मामले की शिकायत आला अधिकारियों को कर दी और अधिकारियों ने पूरे मामले की जांच सीएसपी को सौंपी। सीएसपी ने पूरे मामले की जांच करते हुए आला अधिकारी को जांच रिपोर्ट सौंपी और आला अधिकारियों ने सीएसपी की जांच रिपोर्ट के आधार पर सब इंसपेक्टर शेलेंद्र अग्रवाल को लाइन अटैच कर दिया और निलंबन की कार्रवाई भी कर दी है। वहीं सिंधी समाज के लोगों ने भी इंदौर डीआईजी से मुलाकात कर व्यापारी से लिये 10000 रुपये वापिस करने की मांग की। समाज की वरिष्ठ सरिता बहरानी ने डीआईजी से कहा अभी दिन में ग्राहकी नहीं होती है। शाम को एकदम भीड़ उमड़ती है। जिससे दुकानें आधा घंटा देरी से बंद होती है। इसका मतलब यह नहीं कि कोई पुलिसकर्मी व्यापारी को बदमाश की तरह पीटे। व्यापारी के घाव देखकर डीआईजी भी चौंक गए, इंदौर डीआईजी ने समस्त पुलिसकर्मियों को यह गाइडलाइंस जारी की है कि समस्त पुलिस कर्मी अनैतिक कार्यों व व्यापारियों और आम आदमी से अच्छे से व्यवहार करें, और यदि कोई भी पुलिसकर्मी ऐसी किसी गतिविधि में संलिप्त मिला तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल इस पूरे मामले में डीआईजी ने जहां सब इस्पेक्टर के निलंबन की कार्रवाई के साथ जांच शुरू कर दी है, तो वहीं इंदौर में इस तरह की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं, और समय-समय पर डीआईजी पुलिसकर्मियों को इस तरह के आदेश निकालते रहते हैं। लेकिन एक-दो दिन उन आदेशों का पालन होता है, और फिर पुलिस कर्मी इसी तरह से लेन-देन व आम आदमी से दुर्व्यवहार करना शुरू कर देते हैं। फिलहाल डीआईजी के इस आदेश का कितने दिनों तक सख्ती से पालन होता है यह देखने लायक रहेगा।

Vikas kumar

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