नर्मदापुरम के जिला कोर्ट में नवाचार, अब मिलेगा संवेदनशील गवाहों को न्याय

3/13/2022 2:46:27 PM

नर्मदापुरम (गजेन्द्र राजपूत): नर्मदापुरम में उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार जिला कोर्ट में नवाचार का एक रूप फिर देखने को मिला। न्यायालयों में आए दिन किसी न किसी घटना के शिकार होते चले आ रहे बच्चे और महिलाओं या फिर अन्य कोई भी जिनको डरा और धमकाकर उनके असली बयान देने से रोक दिया जाता है। ऐसे में सही गवाहों की कमी के कारण कई बार तो आरोपी बरी भी हो जाते हैं। इसके बाद बदमाश समाज में रहकर घटनाओं को अंजाम देते रहते हैं। लेकिन उच्चतम न्यायालय ने इस प्रथा को बदलने के लिए नवाचार किया है। जिसका जिला न्यायालय नर्मदापुरम में शुरुआत भी हुई है।

इस बार का नवाचार 

प्रधान जिला सेशन न्यायाधीश आलोक अवस्थी ने बताया कि न्यायालय में एक अलग से व्यवस्था की गई है। जिसमें आरोपी और उसका अधिवक्ता तो न्यायाधीश के समक्ष रहकर बहस करता है। लेकिन फरियादी चाहे वह बच्चा हो, महिला या कोई भी हो। यदि उसे आरोपी से डर लगता है तो उसके लिए घर परिवार के साथ अलग एक विशेष कमरे में सीसीटीवी कैमरों के साथ न्यायधीश से टीवी से न्यायलय में बहस करता है। उसे किसी प्रकार का कोई डर नहीं होता है और गवाह अपने ऊपर बीती घटना को बिना डर और दहशत के आरोपी को सजा दिलवाने में सहायक होता है।  

 

 


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News Editor

Devendra Singh

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