मरीजों के इंतज़ार में रेलवे के आइसोलेशन कोच, प्रशासन की अनदेखी का पिछले साल से हो रहे शिकार

4/24/2021 1:38:22 PM

इंदौर(सचिन बहरानी): देश में कोरोना संक्रमण बेहद घातक साबित हो रहा है। बड़े शहरों में भी अब अस्पतालों में बेड की किल्लत शुरु हो चुकी हैं। इसी को देखते हुए पश्चिम रेलवे ने ट्रेनों के कई कोच को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील कर दिया। बावजूद इसके एक भी कोच का इस्तेमाल अब तक नहीं किया जा रहा है। जबकि रोजाना कोरोना मरीजों का आंकड़ा बढ़ रहा है।

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मध्यप्रदेश के इंदौर में रेलवे ने यहां 78 कोच आइसोलेशन के जो लगभग चार ट्रैन के रेक बना दिए। लेकिन इसके बावजूद जिला प्रशासन द्वारा आज तक एक भी आइसोलेशन कोच का उपयोग नहीं किया गया। यह कोच जब से तैयार किए गए, तभी से रेलवे के लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन और पलया स्टेशन पर खड़े मरीजों का इंतजार कर रहे हैं। रेलवे ने तैयार कर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को हैण्डओवर कर दिया। जब भी आवश्यक हो उपयोग में लिए जा सकते हैं। लेकिन जिला प्रशासन का अब तक उदासीन रवैया रेलवे के भी समझ नहीं आ रहा है। क्योंकि जहां बात करें कोरोना संक्रमित आंकड़ों की तो यह इंदौर जिले में हर दिन तेजी से बढ़ रहा है। फिर भी जिला प्रशासन द्वारा अब तक किसी तरह से रेलवे द्वारा बनाए गए कोच का उपयोग नहीं लिया गया।

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वहीं रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी जितेन्द्र कुमार जयंत का कहना है कि हमें जैसे निर्देश थे, उसी के अनुसार समय पर हमने आइसोलेशन वार्ड तैयार करके दिए थे। स्वास्थ्य विभाग को ऑफिशियल हेंड ओवर भी कर दिए। लेकिन अब तक जिला प्रशासन की ओर से हमसे आइसोलेशन पहुंचकर मांग नहीं की है। कोचों में ऑक्सीजन के लिए अलग से स्टैंड बनाया गया है। नहाने का बाथरूम अलग से बनाया गया वहीं सर्व सुविधा युक्त तैयार किए गए।

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गौरतलब है कि रेलवे ने पिछले वर्ष भी लगभग 80 कोच आइसोलेशन के लिए तैयार किए थे, लेकिन आखिर तक वह कोच मरीजों का इंतजार करते रहे। वही हाल इस वर्ष भी नजर आ रहा है। लंबे समय से आइसोलेशन कोच इंदौर स्टेशन पर बनकर तैयार है, लेकिन प्रशासन इसका उपयोग करने के लिए तैयार नहीं है। इधर शहर के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।


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meena

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