हिंदू संगठनों ने कराई 15 मुस्लिमों की घर वापसी, वैदिक अनुष्ठान के साथ लोगों ने अपनाया सनातन धर्म
Tuesday, Nov 25, 2025-08:07 PM (IST)
जबलपुर: जबलपुर के खमरिया थाना क्षेत्र स्थित शिव मंदिर में मंगलवार दोपहर अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद, राष्ट्रीय बजरंग दल और राष्ट्रीय महिला परिषद द्वारा ‘घर-वापसी एवं शुद्धिकरण’ कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विशेष समुदाय से जुड़े 15 पुरुष और महिलाओं ने गौ-मूत्र अर्चन, वैदिक पूजन और मंत्रोच्चार के साथ सनातन धर्म अपनाने की घोषणा की। आयोजकों के अनुसार यह प्रक्रिया पूरी तरह स्वेच्छा से की गई।

बंजारा समुदाय से संबंधित परिवार
कार्यक्रम में शामिल सभी परिवार बंजारा समुदाय से जुड़े बताए गए, जिन्हें विभिन्न क्षेत्रों में ‘डेरा वाले’ के रूप में जाना जाता है। ये परिवार मध्यप्रदेश, राजस्थान और आसपास के ग्रामीण इलाकों में लंबे समय से अस्थायी रूप से रहते आए हैं। पारंपरिक रूप से भेड़-बकरी पालन और ऊँट व्यवसाय इनकी पहचान रहा है। परिवारों ने बताया कि अब वे बच्चों की शिक्षा और स्थिर जीवन के लिए स्थायी रूप से बसना चाहते हैं।
विवाद के बाद कार्यक्रम पर बढ़ी नजर
यह मामला एक दिन पहले तब चर्चा में आया जब बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बरेला थाने में ज्ञापन देकर इन परिवारों पर कई दस्तावेजी विसंगतियों और संदेहास्पद पहचान के आरोप लगाए। संगठन ने 27 नवंबर तक कार्रवाई की मांग भी की थी। इसी पृष्ठभूमि में मंगलवार को ‘घर-वापसी’ का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
संगठन का दावा-पूरी प्रक्रिया स्वेच्छिक
अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद की प्रांतीय अध्यक्ष प्रीति धंधारिया ने कहा कि ‘इन परिवारों ने स्वयं कहा कि वे सनातन संस्कृति को अपनाना चाहते हैं। शिव मंदिर में वैदिक विधि अनुसार शुद्धिकरण, पूजन और संकल्प द्वारा उन्हें सनातन धर्म में सम्मिलित किया गया। यह कार्यक्रम पूरी तरह स्वैच्छिक था।’
परिवारों ने व्यक्त की अपनी भावनाएं
सबीन बंजारा (पूर्व नाम सबीन खान) ने कहा कि ‘हम पर किसी का दबाव नहीं है। हम बेहतर जीवन और बच्चों की शिक्षा के लिए यह फैसला ले रहे हैं। पहले हमारा जीवन भटकाव भरा था, अब स्थिरता चाहते हैं।’ पप्पू बंजारा (पूर्व नाम पप्पू खान) ने कहा कि लंबे समय से मन में इच्छा थी कि हिंदू संस्कृति में जीवन बिताएं। हमने अपना नाम भी उसी अनुसार रखा है। कठिनाइयों भरी जिंदगी ने हमें बेहतर भविष्य की तलाश में यह कदम उठाने को प्रेरित किया।
जयकारों के बीच संपन्न हुआ कार्यक्रम
पूरे आयोजन के दौरान मंदिर परिसर में वैदिक मंत्रोच्चार, भजन और जय श्री राम के जयकारों के साथ 15 लोगों ने सनातन धर्म की शपथ ली। संगठन ने सभी का माल्यार्पण कर स्वागत भी किया। संगठन ने स्पष्ट किया कि यह कार्यक्रम किसी प्रकार के धार्मिक दबाव का परिणाम नहीं है, बल्कि उन परिवारों के स्वागत का अवसर था जिन्होंने स्वयं सनातन संस्कृति के अनुरूप जीवन जीने की इच्छा व्यक्त की थी।

