सरकारी एप बंद, मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए लगी कतारें, जीतू पटवारी बोले- मुआवजा न देना पड़े...
6/4/2021 6:03:28 PM
इंदौर(सचिन बहरानी): मध्यप्रदेश में पिछले दिनों कोरोना महामारी काल में वायरस व अन्य बीमारियों के चलते कई मौतें देखी गई थी इसी कड़ी में इंदौर में नगर निगम द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाले कार्यालय पर भीड़ लगी हुई है व सरकारी एप बंद होने के कारण शहरवासियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शासन द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र को लेकर की जा रही अनदेखी पर सियासत गरमाने लगी है। कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार जानबूझ कर मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं दे रही क्योंकि इससे यह पता चल जाएगा कि किसकी मौत कोरोना से हुई है और फिर मुआवजा राशि भी देनी पड़ेगी।
इंदौर में बीते दो महीनों पहले कोविड महामारी कॉल में जिस तरह से शहर में हॉस्पिटल में बेड, ऑक्सीजन, सहित आवश्यक दवाओं की कमी के चलते हाहाकर सा देखा गया था अब वही हाल मृत्यु जन्म प्रमाण पत्र कार्यालय पर देखा जा रहा है कोरोना काल मे जिन लोगों की मृत्यु हुई थी अब उनके परिजन पंजीयन कार्यालय के चक्कर काटने को मजबूर है ना ही सरकारी 111 एप संचालित की जा रही है और ना ही कार्यालय में कोई उचित जवाब मिल रहा है जिसके कारण से परिजनों का कहना है कि सरकार द्वारा जो सरकारी सुविधाएं संचालित की गई हैं अब उनका लाभ कैसे लिया जाए जब सरकार इन सब कार्यों में आम आदमी की सुविधा ही बंद कर रखी है इस कारण से शासकीय सुविधा लेने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि सरकार ने कोविड से ग्रसित मृतकों को सरकार ने आर्थिक मदद की बात कही है लेकिन उनके प्रमाण पत्र ही नहीं मिल पा रहे हैं इस कारण आम आदमी को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
शहर में जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र को लेकर मचे बवाल को लेकर शहर कांग्रेस कमेटी ने भी मोर्चा संभाल लिया है। मृत्यु प्रमाण पत्रों में धांधली की बात करते हुए कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी का कहना है कि सरकार अपने निजी हितों की प्राप्ति के लिए मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं दे रही है क्योंकि मृत्यु प्रमाण पत्र से ही जाहिर होगा कि किस व्यक्ति की मौत कोरोना से भी से हुई हो और उसे आर्थिक लाभ देना होगा। इस कारण से इस योजना को सरकार गंभीरता से नहीं ले रही है आने वाले समय में काग्रेस प्रदेश में आंदोलन कर आम आदमी को मुआवजा दिलाने का काम करेगी।