महात्मा गांधी की तपस्या का उदाहरण है आज का हिंदूस्तान: ज्योतिरादित्य सिंधिया

8/14/2022 6:45:42 PM

ग्वालियर (अंकुर जैन): आजादी के अमृत महोत्सव (amrit mahotsav 2022) को देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस कड़ी में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya scindia), वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई (maharani laxmi bai) की समाधि स्थल पर पहुंचे। यहां उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किये। समाधि स्थल पर राष्ट्रीय ध्वज भी फहराया। इस दौरान विभाजन की विभीषिका पर आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया दूसरी बार वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की समाधि स्थल पर पहुंचे हैं। बीजेपी में आने के बाद यह दूसरा मौका है, जब सिंधिया ने वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई को समाधि स्थल पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए है।  

विभाजन का विभीषिका दिवस

दो अलग-अलग स्थानों पर आयोजित हुए कार्यक्रम में शामिल होने के बाद केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आज देशभर में हर्षोल्लास का माहौल है वही आज विभाजन की विभीषिका दिवस भी है। जहां एक देश के दो टुकड़े किए गए और 1 करोड़ लोगों को विस्थापित होना पड़ा था। अपने ही देश में 1 तरीके से शेल्टर होम में रहकर दोबारा अपनी जिंदगी शुरू करनी पड़ी थी। उनके त्याग उनकी तपस्या उन्हीं कठिनाइयों को भी याद करने का आज दिवस है।

स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया

प्रधानमंत्री का संकल्प है कि देश को एक नक्षत्र की तरह उभारने का, एक विकसित प्रगतिशील देश में परिवर्तित करने का और अमृत काल से शताब्दी काल तक यह 25 वर्ष का सफर जो अतीत को, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान को याद करते हुए विभाजन विभीषिका दिवस में जिन लोगों को अपना सब कुछ छोड़ कर दोबारा शून्य से शुरुआत करना पड़ा। सिंधिया ने कहा कि लाखों लोगों की जान गई 1 करोड़ लोग विस्थापित हुए, उनकी कठिनाइयों को भी याद करते हुए नमन करने का दिन है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और विभीषिका के दौरान जिन लोगों का कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। उन लोगों को याद करते हुए आगे के 25 वर्षों के लिए आज हमको संकल्पित होना है।

महात्मा गांधी की तपस्या का उदाहरण है हिंदूस्तान 

यह तिरंगा हमारा अभिमान है, हमारे देश की आन बान शान तिरंगा है देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी बापू की तपस्या का उदाहरण है,भगत सिंह जैसे वीरों के बलिदान का निशान है, नेताजी सुभाष चंद्र बोस की कर्मठता और लगन शीलता का प्रतीक है, बाबा साहब अंबेडकर जैसे महान हस्तियों कि राष्ट्र कल्याण की सोच का प्रमाण प्रतीक है, इस तिरंगे को अपने दिल में अपने मन में अपनी आत्मा में जागरूक रखकर देश के प्रति योगदान देने के प्रति आज हमको संकल्प लेना है। 

कार्यक्रम में विभीषिका झेलने वालों का सम्मान 

'हर घर तिरंगा अभियान' (har ghar tiranga campaign) के तहत फूलबाग स्थित लक्ष्मीबाई समाधि स्थल के साथ ही केंद्रीय जेल (central jail gwalior) में भी कार्यक्रम आयोजित हुए। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ सांसद विवेक नारयण शेजवलकर, ऊर्जा मंत्री और इमरती देवी सहित कई नेता मौजूद रहे। इस मौके पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के साथ ही विभाजन की विभीषिका झेलने वाले लोगों का सम्मान भी किया गया।

Devendra Singh

This news is News Editor Devendra Singh