क्या MP में नई पार्टी बनाने की तैयारी में हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया!
11/28/2019 2:32:44 PM
भोपाल: ट्विटर बॉयो में बदलाव करके मध्यप्रदेश की राजनीति में उफान लाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। इसी बीच शिवपुरी जिले की पोहरी विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक सुरेश राठखेड़ा ने एक बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस पार्टी को नहीं छोड़ रहे हैं।
यहि वे ऐसा करते हैं तो वे किसी दूसरी पार्टी में शामिल नहीं होंगे बल्कि वे मध्यप्रदेश में एक नई पार्टी बनाने की काबिलियत रखते हैं। विधायक ने कहा- मेरी लिए पार्टी सर्वोपरी है, लेकिन अगर महाराज नई पार्टी बनाते हैं तो मैं उनके साथ खड़ा रहूंगा और महाराज की पार्टी में जाऊंगा।
Pohari MLA Suresh Rathkheda: First of all, I don't think Srimant Maharaj Sahab (Jyotiraditya Scindia) will leave Congress as I do not think he will ever join another party. He can start his own party, such is his strength in Madhya Pradesh. 1/2 (27.11) pic.twitter.com/6xQGhKK5os
— ANI (@ANI) November 27, 2019
ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर कांग्रेस के बड़े नेताओं में सक्रियता बढ़ गई है। राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा- आश्वस्त करना चाहता हूं की किसी भी तरह कि विद्रोह की परिकल्पना निराधार है। ज्योतिरादित्य सिंधिया मप्र में कांग्रेस की वापसी के शिल्पकारों में एक हैं। उनकी लोकप्रियता प्रदेश के साथ संपूर्ण देश में है। कमलनाथ जी और उनके बीच में प्रगाढ़ता है। सिंधिया जी से मेरी बात हुई और शीघ्र भेंट होगी।
आश्वस्त करना चाहता हूं की किसी भी तरह कि विद्रोह की परिकल्पना निराधार है।श्री @JM_Scindia मप्र में कांग्रेस की वापसी के शिल्पकारों में एक हैं।उनकी लोकप्रियता प्रदेश के साथ संपूर्ण देश में है।कमलनाथ जी और उनके बीच में प्रगाढ़ता है।सिंधिया जी से मेरी बात हुई और शीघ्र भेंट होगी।
— Vivek Tankha (@VTankha) November 27, 2019
गौरतलब, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अचानक से अपने ट्विटर अकाउंट में बायों चेंज किया है। उन्होंने प्रोफाइल से कांग्रेस हटाकर खुद को समाज सेवक और क्रिकेट प्रेमी लिखा है। इस बदलाव पर मध्यप्रदेश कांग्रेस में हड़कंप मच गया। तरह-तरह की अटकलें लगाई जाने लगी। हालांकि सिंधिया ने ऐसी सारी अफवाहों को निराधार बताया।
वहीं दूसरी ओर सिंधिया पिछले काफी समय से अपनी ही सरकार पर हमलावर हैं। मध्यप्रदेश की कमल नाथ सरकार के खिलाफ वे कई मुद्दों पर बयान दे चुके हैं। प्रदेश अध्यक्ष के पद को लेकर भी खींच तान जारी है। किसान कर्जमाफी को लेकर भी ज्योतिरादित्य सिंधिया खासे नाराज नजर आ रहे हैं।