उपचुनाव को लेकर शिवराज साइडलाइन! सिंधिया और कैलाश को कमान

6/3/2020 3:55:29 PM

मध्यप्रदेश डेस्क: मध्यप्रदेश में होने जा रहे उपचुनाव को लेकर प्रदेश की राजनीति के साथ भाजपा में भी आंतरिक स्तर पर कई तरह की हलचल देखने को मिल रही है, और इसी तरह की एक हलचल उस वक्त सामने आई, जब पार्टी ने संबंधित चुनाव को लेकर अपनी मालवांचल में अपनी कमान कैलाश विजयवर्गीय को सौंप दी। गौरतलब है, कि मालवांचल में कुल पांच सीटों पर उपचुनाव होने हैं, जहां की हर सीट भाजपा के लिए काफी चुनौतीपूर्ण है। इस चुनौतीपूर्ण स्थिति में भाजपा ने कैलाश विजयवर्गीय पर भरोसा जताया है, और वह संबंधित क्षेत्र में पार्टी के लिए काम करते नजर आएंगे। 



इस दौरान कैलाश विजयवर्गीय चुनावी रणनीति से लेकर प्रचार अभियान और रूठे नेताओं को मनाने का काम करेंगे। संबंधित जिम्मेदारी मिलने के साथ ही विजयवर्गीय इसकी तैयारी में जुट गए, और उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ संभावित प्रत्याशियों से भी चर्चा की। इन सीटों पर कैलाश विजयवर्गीय के सामने मुख्य जिम्मेदार टिकट न मिलने के कारण रूठे भाजपा नेताओं को मनाने की है। हाटपिपल्या सीट को लेकर तो वो पहले ही दीपक जोशी से व्यक्तिगत तौर पर मिलकर उन्हें समझा बुझा चुके हैं। 



ग्वालियर-चंबल की जिम्मेदारी सिंधिया के सिर
उधर ग्वालियर और चंबल क्षेत्र की बात करें, तो ज्योतिरादित्य सिंधिया के सिर पर ही भाजपा की प्रमुख जिम्मेदारी है। इसके लिए वह महीनों पहले से ही तैयारियों में जुटे है। हालांकि इस बीच पार्टी ने अपने अन्य क्षेत्रीय नेताओं को लगातार सक्रिय रहने के निर्देश दिए हैं, और वह अपना काम पूरी ईमानदारी से कर रहे हैं या नहीं, इसकी मॉनीटरिंग के लिए जल्द ही प्रदेश स्तरीय प्रतिनिधि की नियुक्ति भी होने जा रही है।



आखिर कहां है शिवराज ?
ग्वालियर चंबल और मालवांचल क्षेत्र में पार्टी की रणनीति को देखते हुए ये स्पष्ट है, कि दोनों क्षेत्रों में उसने अपने खास सिपहेसालार तय कर दिए हैं। दोनों ही नेताओं को पार्टी की तरफ से फ्री हैंड भी दिया गया है। ऐसे में यह सवाल उठना लाजमी है, कि संबंधित चुनाव में शिवराज सिंह की भूमिका क्या रहेगी? इस विषय में जब पार्टी नेताओं से बात की गई, तो उनका कहना है कि शिवराज सिंह हम सबके नेता है, और उन्ही की अगुवाई में यह चुनाव हो रहे हैं।

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