88 साल की उम्र में पूर्व रक्षा मंत्री जार्ज फर्नांडीस का निधन, कैलाश-शिवराज ने शोक प्रकट किया
1/29/2019 12:42:33 PM
इंदौर: देश के पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडीस का मंगलवार सुबह निधन हो गया। फर्नांडीस के निधन की खबर से पूरे देश में शोक की लहर है। इसी बीच बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने फर्नांडीस के निधन पर शोक प्रकट किया है उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि 'देश के पूर्व रक्षामंत्री एवं मजदूरों के नेता जॉर्ज फर्नांडीस के निधन का समाचार दुःखद है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे! जॉर्ज फर्नांडीस काफी समय से बीमार थे। वह अल्जाइमर्स से पीड़ित थे।'
देश के पूर्व रक्षामंत्री एवं मजदूरों के नेता श्री जार्ज फ़र्नान्डिस जी के निधन का समाचार दुःखद है।
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) January 29, 2019
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे!#GeorgeFernandes pic.twitter.com/qhpbCj6gPk
वहीं पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने भी जॉर्ज फर्नांडीस के निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा है कि 'समाजवाद के सजग प्रहरी, पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडीस की राजनीति के केंद्र में सदैव देश का उत्थान व गरीबों का कल्याण रहा। जनहित के मुद्दों पर आर-पार की लंबी लड़ाइयां लड़ने वाले एक सच्चे नेता को देश ने आज खो दिया। विनम्र श्रद्धांजलि!'
गरीबों की आवाज बुलंद करने वाले, दस भाषाओं के जानकार, निर्भीक नेता जॉर्ज फर्नांडीज की आवाज इमर्जेंसी में जेल की दीवारें भी नहीं दबा सकीं। हक और अधिकार की लड़ाई के लिए आप सदैव जाने जायेंगे। आप हमारे दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगे।
— ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) January 29, 2019
शिवराज ने इसके बाद कहा है कि 'गरीबों की मुखर आवाज और बेबाक नेता जॉर्ज फर्नांडीज ने अपनी हर जिम्मेदारी को दिल से निभाया। रेल, उद्योग और रक्षा मंत्रालयों की जिम्मेदारी मिली तो इन क्षेत्रों में आपने अपने कार्यों से देश को बेहतर और मजबूत बनाने का काम किया।' उन्होंने कहा कि 'गरीबों की आवाज बुलंद करने वाले, दस भाषाओं के जानकार, निर्भीक नेता जॉर्ज फर्नांडीज की आवाज इमर्जेंसी में जेल की दीवारें भी नहीं दबा सकीं। हक और अधिकार की लड़ाई के लिए आप सदैव जाने जाऐंगे। आप हमारे दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगे।'
बता दें कि जॉर्ज फर्नांडीस का जन्म 3 जून 1930 को हुआ था। फर्नांडीस 1967 में दक्षिण बॉम्बे से कांग्रेस के एसके पाटिल को हराकर पहली बार सांसद बने। 1975 की इमरजेंसी के बाद फर्नांडीस बिहार की मुजफ्फरपुर सीट से जीतकर संसद पहुंचे थे। इस बीच वे मोरारजी सरकार में उद्योग मंत्री रहे। इसके अतिरिक्त वे वीपी सिंह की सरकार में भी रेल मंत्री पद पर रहे। अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में बनी एनडीए सरकार में फर्नांडीस को रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई थी। भारत और पाकिस्तान के मध्य हुए कारगिल युद्ध के बाद वे ही रक्षा मंत्री के पद पर थे। अपने राजनीतिक जीवन में 1967 से 2004 तक वे 9 लोकसभा चुनाव जीते। फर्नांडीस 1975 की इमरजेंसी में सिखों की वेशभूषा में घूमते थे और गिरफ्तार होने से बचने के लिए जॉर्ज खुद को लेखक खुशवंत सिंह बताया करते थे।