कमलनाथ सरकार बंद करेगी जनअभियान परिषद और आनंद विभाग, ये है वजह

12/30/2018 10:37:22 AM

भोपाल: मंत्रिमंडल का विस्तार होते ही कमलनाथ सरकार एक्शन मोड में आ गई है। मुख्यमंत्री कमलनाथ शिवराज सरकार की कई योजनाओं के बाद अब विभागों को भी बंद करने की तैयारी में है। मिली जानकारी के अनुसार, फिजूलखर्ची पर रोक लगाने के लिए कमलनाथ सरकार आनंद विभाग और जनअभियान परिषद बंद करने जा रही है। इसकी जगह मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मध्य प्रदेश में नए अध्यात्म विभाग के गठन का फैसला लिया है। इसके साथ ही उन्होंने नए साल में नए वाहन, एसी एवं अन्य विलासिता की चीजें और नए साल के कैलेंडर ना छापने का निर्णय लिया है।



 

सुत्रों के अनुसार, कांग्रेस सरकार भाजपा शासन में खोले गए आनंद विभाग और जनअभियान परिषद को बंद करेगी। बजट सत्र में इस मामले को लाया जाएगा। सरकार जल्द ही आध्यात्मिक विभाग बनाएगी। इस विभाग में धार्मिक न्यास तथा धर्मस्व संचालनालय, तीर्थ एवं मेला प्राधिकरण, मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना संचालनालय और राज्य आनंद संस्थान भी समाहित रहेंगे। इसके साथ ही ताप्ती, मंदाकिनी और शिप्रा नदी न्यास के गठन का एलान भी किया गया है। यह विभाग आध्यात्मिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ ही धार्मिक न्यास, सभी धर्मों, पंथों और आस्था को समाहित आदि की गतिविधियों को भी नियंत्रित करेगा। सरकार फिजूलखर्ची भी कम करना चाहती है। बताते चले कि भाजपा सरकार ने जनअभियान परिषद के 50% कर्मचारियों को नियमित करने की तैयारी कर ली थी।




इन पर भी लगाई रोक
इसके साथ ही मार्च 2019 तक नए वाहन की खरीदी, एसी व अन्य विलासिता उपकरण खरीदने के अलावा नए साल के कैलेंडर छापने पर भी कमलनाथ सरकार ने रोक लगा दी गई है। सरकार का एक कैलेंडर व डायरी सिर्फ राजस्व विभाग से जुड़े सरकारी मुद्रणालय द्वारा ही छापे जाएंगे। वित्त विभाग ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं।

 

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