शिवाजी प्रतिमा विवाद: कमलनाथ के सासंद बेटे ने शिवराज सिंह को किया लंच पर इनवाइट
2/14/2020 12:28:08 PM
भोपाल: छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा को हटाने और फिर छिंदवाड़ा सांसद के खर्चे पर लगाए जाने के ऐलान के बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। पहले इस बात पर शिवराज सिंह ने काफी सवाल उठाए और अब कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ और छिंदवाड़ा सासंद ने बड़े ही व्यग्यात्मक ढंग से पूर्व सीएम शिवराज सिंह को दोपहर के भोजन के लिए अपने गृह ग्राम शिकारपुर में आमंत्रित किया है।
आप छिंदवाड़ा आ ही रहे है तो आप मेरे ग्रह ग्राम शिकारपुर में कल दोपहर भोजन के लिए भी आमंत्रित है।
— Nakul Kamal Nath (@NakulKNath) February 14, 2020
और भोजन के पश्चात मैं चाहूंगा कि आप एक दफा सम्पूर्ण छिंदवाड़ा के विकास को देखकर अवश्य लौटे.. ।
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दरअसल छिंदवाड़ा के सौंसर में नगरपालिका द्वारा छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा हटाए जाने को लेकर बीजेपी समेत कई हिंदुवादी संगठनों ने कड़ी आपत्ति जताई थी। वहीं पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने आक्रामक रुख अपनाते हुए प्रदेश की जनता के साथ सौंसर आने की बात कही थी। इस पर नकुलनाथ ने उन्हें लंच पर इनवाइट करते हुए कटाक्ष किया कि आपका विकास के मॉडल छिंदवाड़ा में स्वागत है। लेकिन जिस तरह से आप छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर राजनीतिक रोटियां सेकने आ रहे हैं वह गलत है। ट्वीट में आगे लिखा है कि छत्रपति शिवाजी महाराज हमारी आस्था के प्रतीक हैं। आपको उनके नाम को राजनीति के लिए प्रयोग करना उचित नहीं। दोपहर के भोजन के लिए आमंत्रित करते हुए नकुल नाथ ने यह भी कहा है कि आप एक बार आए और मेरे साथ छिंदवाड़ा के विकास का मॉडल जरूर देखें।
. @ChouhanShivraj जी आपका विकास मॉडल छिंदवाड़ा में स्वागत है,परन्तु आप जिस तरह से छत्रपति शिवाजी महाराज जी के नाम पर राजनैतिक रोटियां सेंकने आ रहे है वह गलत है,
— Nakul Kamal Nath (@NakulKNath) February 14, 2020
छत्रपति शिवाजी महाराज हमारी आस्था के प्रतीक है,आपका उनके नाम को राजनीति के लिए प्रयोग करना उचित नहीं।
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बता दें कि इस पूरे मुद्दे के बाद शुक्रवार को शिवराज छिंदवाड़ा के सौंसर जा रहे हैं जहां पर वह इस मुद्दे को उठायेगे। शिवराज सिंह ने कहा था कि कल मैं दोपहर दो बजे सौंसर पहुंच रहा हूं। मेरा सभी प्रदेश वासियों से आह्वान है कि आप मेरे साथ चले और हम सब मिल कर कमलनाथ जी को अपनी बुलंद आवाज़ से छत्रपति शिवाजी महाराज का जय घोष कर बता दे की हमारी दहाड़ सौंसर से भोपाल तक कैसे गूंजती है।