बेटियों को बेटों की तरह पढ़ाया, बेटी ने भी बढ़ाया मान UPSC में पाई 622वीं रैक
9/26/2021 4:27:16 PM
खरगोन/बडवाह(वाजिद खान): आपने सुना होगा कि दृढ़ संकल्प और इच्छाशक्ति से कठिन से कठिन मंजिल भी आसान हो जाती है। ये सच कर दिखाया खरगोन जिले के सनावद की रहने वाली फारेस्ट गार्ड की बेटी निमिषि त्रिपाठी ने। यूपीएससी की परीक्षा में 622 वीं रैक पाकर निमाड़ क्षेत्र का गौरव बढाया है। निमिषि के पापा अवधेश त्रिपाठी खंडवा जिले के पुनासा वन रेंज मे फारेस्ट गार्ड के पद पर कार्यरत है।
निमिषि ऑल इंडिया लेवल पर 622 रेंक हासिल करने से घर में खुशी का माहौल है। परिजन और आसपास के लोग मिठाई खिलाकर खुशी मना रहे है। वन विभाग में कार्यरत अवधेश त्रिपाठी की दो बेटियां है। उन्होने बेटा बेटी का भेद भुलाकर निमिषि को उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली भेजा था। ग्रेजुएशन के साथ ही यूपीएससी परीक्षा की निमिषि ने तैयारी की थी।
निमिषि त्रिपाठी ने बताया कि उनकी इस कामयाबी के पीछे उनके माता पिता की मेहनत और शुभचिंतकों का काफ़ी योगदान रहा। खास बात यह है कि कलेक्टर बनने का सपना निमिषि ने जब चौथी कक्षा की पढाई करती थी जब संजोया था। पापा से बातचीत के दौरान निमिषि ने पूछा था कि जिले का सबसे बडा अधिकारी कौन होता है। पिता ने बताया कलेक्टर और बचपन में ही बेटी ने कलेक्टर बनने का ठान लिया। कलेक्टर बनने के लिये ही उन्होने यूपीएससी की तैयारी की और परीक्षा दी। आईएएस करके कलेक्टर बनना और दीनदुखियों की मदद करना मेरा लक्ष्य है। शासन और प्रशासन की नीति के तहत मेरी प्राथमिकता रहेगी।