लॉकडाउन ने बनाया बेरोजगार, बेरोजगारी ने बना दिया लुटेरा
8/14/2020 6:28:56 PM
इंदौर(सचिन बहरानी): लॉकडाउन में बेरोजगारी के चलते लोग चोरियां, लूट और छीना झपटी पर उतारू हो गए हैं। लेकिन इस अपराध का अंजाम क्या होगा भूल जाते हैं। ऐसा ही एक गिरोह हाल ही में इंदौर क्राइम ब्रांच ने पकड़ा है। जिसमें पांच आरोपियों की कहानी बेरोजगारी से शुरू होकर अब जेल की सलाखों में आगे बढ़ेगी।
दरअसल, पिछले कुछ समय से शहर में बढ़ते अपराध के मद्देनजर इंदौर रेंज डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्र ने काबू करने का जिम्मा इंदौर क्राइम ब्रांच के जिम्मेदार राजेश दंडोतिया को दिया गया। दंडोतिया ने डीआईजी साहब के आदेश को अमलीजामा पहनाया। उन्होंने एक टीम तैयार करते हुए मुखबिरी का सहारा लिया और मशक्कत के बाद पुराने मामलों में लंबित थाना किशनगंज इलाके में फिर एक लूट की अंजाम को देने के मकसद से बैठे पांच अपराधियों को धर दबोचा। क्राइम ब्रांच की इस कार्र्वाई में पकड़े गए पांच आरोपियों में चार नाबालिग बताए जा रहे हैं।
शुरुआती पूछताछ में इतना खुलासा हुआ कि बेरोजगारी से तंग आकर गलत रास्ते पर चल दिए और चोरी करने लगे लूट करने लगे, मोबाइल छीनने जैसी घटना को अंजाम देने लगे। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने अब तक 48 लूट को अंजाम देना स्वीकार किया वहीं उनके पास से 25 मोबाइल 2 गाड़ियां जब्त की है। पुलिस की इस कार्यवाही से एक बात तो साबित होती है कि अपराधी चाहे कितना ही शातिर क्यों ना हो लेकिन पुलिस अपनी खुफिया तंत्र और मुखबिरी के माध्यम से उन तक पहुंच जाती है लेकिन गिरफ्त में आए आरोपियों से इस बात की सीख भी ली जानी चाहिए कि हालात कुछ भी हो इंसान को संयम बरतते हुए उसका सामना करना चाहिए ना कि किसी गलत रास्ते पर चल निकलना ही उस समस्या का हल है।